अंबाला : द ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कम से कम 1,375 बीमाकृत किसानों ने 10,000 हेक्टेयर से अधिक फसल के नुकसान के लिए मुआवजे की मांग की है, जबकि सैकड़ों अपूर्वदृष्ट किसानों को भी राहत मिलने की उम्मीद है। किसानों का कहना है कि, हाल ही में हुई बारिश के बाद सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है। गेहूं के अलावा सरसों, गन्ना और सब्जी की फसल को भी नुकसान पहुंचा है।
अत्यधिक बारिश ने कई एकड़ में फसलों को नुकसान पहुंचाया है। ऐसे किसान हैं जिन्होंने पट्टे पर जमीन ली थी और यह उनके लिए बहुत बड़ा नुकसान होगा। अधिकारियों ने साइट का दौरा किया है, लेकिन पानी निकालने में समय लगेगा। वर्षा जल के उचित निकास के लिए स्थायी व्यवस्था करने की आवश्यकता है। चूंकि पानी का प्राकृतिक प्रवाह अवरुद्ध हो गया है, यह धीमी गति से घट रहा है। करीब 10 एकड़ में लगी फसल को नुकसान पहुंचा है।
भारतीय किसान यूनियन (चारुनी) के जिलाध्यक्ष मलकीत सिंह ने कहा, पिछले चार दिनों से सैकड़ों एकड़ में लगी फसल डूबी पड़ी है। पानी निकालने के लिए पंप सेट का उपयोग किया जा रहा है लेकिन फसल के बचने की संभावना कम है। हमने सरकार से मदद की मांग की है।