बिजनौर : उत्तर प्रदेश के किसान पिछले कुछ दिनों से गन्ने पर सड़न रोग के हमले से परेशान है। इस रोग से उपज क्षतिग्रस्त होने और उत्पादन घटने की संभावना है। किसानों को लाल सड़न रोग से प्रभावित गन्ना प्रजाति 0238 का त्याग कर अन्य नवीन गन्ना प्रजातियों को अपनाने की अपील की जा रही है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गन्ना विकास परिषद बुंदकी-नगीना की ओर से ग्राम रामपुरदास उर्फ पटपड़ा में किसान गोष्ठी हुई। इस गोष्ठी में किसानों को कम लगत में गन्ना उत्पादन बढ़ाने के बारे में जानकारी दी गई।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक अविनाश चंद्र तिवारी ने बताया कि लाल सड़न रोग को गन्ने का कैंसर भी कहा जाता है। इस बीमारी से गन्ने की उत्पादकता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने किसानों से उन्नतशील गन्ना प्रजाति 0118, 13235, 14201, 13231, 17231, 98014 व 15023 की बुवाई करने की सलाह दी। उन्होंने कहा की, बुवाई के समय गन्ना बीज को शोधित करा लें। भूमि शोधित करने के लिए ट्राई कोडरमा का प्रयोग करें। इन प्रजातियों का गन्ना बीज गन्ना विकास परिषद की ओर से कृषकों की मांग के अनुरूप उपलब्ध कराया जाएगा। गोष्ठी में गन्ना पर्यवेक्षक परवीन सिंह व अनिल कुमार आदि ने भी मार्गदर्शन किया।