बैंकॉक: गन्ना और चीनी बोर्ड के महासचिव एकपत वांगसुवान के अनुसार, देश भर के गन्ना उत्पादकों के 37 संघों ने तीन चीनी निर्माताओं – कोराच उद्योग, बुरिराम शुगर फैक्ट्री और रयोंग शुगर के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, जो गन्ने की कटाई से पहले जलाने को सीमित करने के लिए राजी हुए हैं। एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाली चीनी मिलों के लिए आवश्यक होगा कि कच्चे माल की दैनिक आपूर्ति में 10 प्रतिशत से अधिक जले हुए गन्ने का इस्तेमाल न हों।
नया समझौता 7 फरवरी से पूर्वोत्तर में उत्पादकों और मिलों के लिए और 14 फरवरी से उत्तर, मध्य क्षेत्र और पूर्वी समुद्र तट के लिए लागू हुआ। वांगसुवान ने कहा कि, एमओयू गन्ना उत्पादकों और चीनी मिलों के बीच PM2.5 धूल के बिगड़ते मुद्दे को कम करने के उद्देश्य से किया गया है। साथ ही गन्ना एवं चीनी बोर्ड ने प्रांतीय गवर्नरों से गन्ना बागानों को जलाने के खिलाफ निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है। उद्योग मंत्रालय ने गन्ना और चीनी बोर्ड को PM2.5 धूल को कम करने में मदद करने के लिए गन्ना बागानों को जलाने को सीमित करने की सरकार की नीति का पालन करने का निर्देश दिया था।