मास्को: यूक्रेन में अपने सैन्य अभियान पर अमेरिका समेत अन्य पश्चिमी देशों द्वारा व्यापक प्रतिबंधों के चलते रूस की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है, और उपभोक्ता घबराहट में वस्तुओं की जरूरत से ज्यादा पैनिक बाइंग (Panic Buying) कर रहें है। सरकार ने जरूरत से ज्यादा खरीदारी के खिलाफ चेतावनी दी है, और देशवासियों से कहा है की उनके पास घरेलू मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त चीनी है।
रूस का कहना है कि, अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा लगायें गये प्रतिबंध आर्थिक युद्ध की घोषणा के बराबर है। प्रधान मंत्री मिखाइल मिशुस्टिन (Mikhail Mishustin) की अध्यक्षता में एक टेलीविजन बैठक में बोलते हुए, उप प्रधान मंत्री विक्टोरिया अब्रामचेंको ने रूसियों को चीनी स्टॉक करने के खिलाफ चेतावनी दी। उन्होंने कहा, मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं की हम चीनी और अनाज दोनों में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हैं। अब्रामचेंको ने पहले भी कहा था कि, घरेलू बाजार में भोजन की कोई कमी नहीं होगी। रूस ने 31 अगस्त तक चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है और 300,000 टन चीनी और कच्ची चीनी के आयात के लिए शुल्क-मुक्त कोटा निर्धारित किया है।












