कोलकाता (पश्चिम बंगाल): भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार सुबह एक बुलेटिन में जानकारी देते हुए कहा, बंगाल की दक्षिणपूर्व खाड़ी पर गहरा दबाव, एक चक्रवाती तूफान मोचा में तेज हो गया है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में गहरा दबाव पिछले 6 घंटों के दौरान 8 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है, एक चक्रवाती तूफान “मोचा” में तेज हो गया जिसे “मोखा” कहा जा रहा है जो की 11 मई 2023 को 0530 घंटे IST पर केंद्रित रहा। चौड़ाई 11.2°N और देशांतर 88.1°E के पास एक ही क्षेत्र, पोर्ट ब्लेयर से लगभग 510 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, कॉक्स बाज़ार (बांग्लादेश) से 1210 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और सितवे (म्यांमार) से 1120 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम की ओर है।
आईएमडी ने आगे इसपर बयान देते हुए कहा कि, मोचा एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा और यह 13 मई को अपनी चरम तीव्रता पर पहुंच सकता है और इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और आधी रात के आसपास एक गंभीर चक्रवाती तूफान में धीरे-धीरे तेज होने की काफी संभावना है। जिसके बाद, इसके धीरे-धीरे फिर से मुड़ने, 12 मई की सुबह से उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और उसी शाम को बंगाल की मध्य खाड़ी के ऊपर एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने का अनुमान लगाया जा रहा है। यह 13 मई की शाम के आसपास अपनी चरम तीव्रता पर पहुंच सकता है।
साथ ही,14 मई की सुबह से इस चक्रवाती तूफान की थोड़ी कमजोर होने की संभावना बताई जा रही है और 14 मई, 2023 की सुबह के आसपास कॉक्स बाजार (बांग्लादेश) और क्यौकप्यू (म्यांमार) के बीच दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार के तटों को पार कर सकता है,जिसकी अधिकतम निरंतर हवा की गति 120 -130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार हो सकती है।
इससे पहले भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने आधिकारिक बयान जारी कर जानकारी दी थी कि,चक्रवाती तूफान मोचा को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की चेतावनी के बीच उसकी इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
बयान में कहा गया है कि,”आईसीजी आईएमडी द्वारा बताए गए चक्रवाती तूफान की प्रतिक्रिया के लिए पूरी तयारी की गई है,साथ ही मत्स्य पालन और नागरिक प्रशासन के साथ अद्यतन साझा किया गया था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि, “लोगों को चक्रवात से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि राज्य सरकार इस स्थिति को संभालने के लिए पूरी तरीके से तैयार है।”
साथ ही ममता बनर्जी ने यह भी कहा की “चक्रवात से डरने की ज़रूरत नहीं है। अगर अलग परिस्थितियां आती हैं, तो हम तटीय क्षेत्रों से लोगों को बचाएंगे, क्योंकि चक्रवात बांग्लादेश और म्यांमार की ओर बढ़ जाएगा।”












