कर्नाटक चुनाव के नतीजे अब सामने आ चुके हैं। हिमाचल प्रदेश के बाद कर्नाटक में भी भाजपा को बड़ा झटका सामना लगा है। पिछले एक साल के अंदर ये दूसरा राज्य है, जिसकी सत्ता भाजपा के हाथ से कांग्रेस ने छीन ली है। इसका बहुत सियाासी मतलब निकाला जा रहा है। खासतौर पर भाजपा के लिए बड़ी यह चिंता का विषय बना हुआ है।
चुनाव के नतीजे और परिणाम अब साफ़ है। राज्य में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। जनता ने अपने 38 सालों के रिवाज को बरकरार रखते हुए बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। अब दक्षिण के किसी भी राज्य में भाजपा सत्ता में नहीं है। कर्नाटक में साल 1985 के बाद से लगातार पांच साल से ज्यादा कोई भी पार्टी सरकार में नहीं रही है।
इस साल कर्नाटक के बाद अब पांच अन्य राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। जिनमे राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम और तेलंगाना शामिल है। इसके अलावा अगले साल यानी 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। साथ ही इसके अलावा और भी सात राज्यों में चुनाव होने की जानकारी मिली है। कुल मिलाकर अगले दो सालों में लोकसभा के साथ-साथ 13 बड़े राज्यों के चुनाव होंगे। इनमें कई दक्षिण के राज्य भी शामिल हैं। जिस कारण भाजपा के लिए कर्नाटक की हार को बड़ा झटका माना जा रहा है। वहीं, यह अवसर मुश्किलों में घिरी कांग्रेस के लिए जीवनदान साबित हुई। आंकड़ों को देखें तो कांग्रेस पार्टी 128 सीटों से आगे है। इस बीच सीएम बसवराज बोम्मई भी बीजेपी ऑफिस में रूझानों की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, “लोकसभा चुनाव में और मजबूती से आएंगे”।
CM बोम्मई ने बोलते हुए कहा की, “पीएम मोदी और पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत के बावजूद भी हम अपनी पहचान तक नहीं पहुंच सके। परिणाम सामने आ गए है, हम अब गंभीरता से इसपर विचार करेंगे और लोकसभा चुनाव में वापसी के लिए अपनी गतिविधियां बदलेंगे।”













