लखनऊ : उत्तर प्रदेश के योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में चीनी उद्योग के विकास को लेकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। प्रदेश में पिछले आठ साल में गन्ने का रकबा 44 फीसद बढ़ गया। गन्ना क्षेत्रफल 20.54 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 29.51 लाख हेक्टेयर हुआ है। हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गन्ने के क्षेत्रीय विस्तार की वर्ष 2016-17 में गन्ने की फसल का क्षेत्रफल 20.54 लाख हेक्टेयर था, जो 2024-25 में बढ़कर 29.51 लाख हेक्टेयर हो गया है। यह वृद्धि 8.97 लाख हेक्टेयर या 44 फीसद की है। इसी अवधि में प्रति हेक्टेयर उत्पादकता 72.38 टन से बढ़कर 84.10 टन तक पहुंच गई।उत्पादन बढ़ने से किसानों के आय में भी बढ़ोतरी हुई है। साथ ही सरकार ने बंद पड़ी चीनी मिलों को फिर से शुरू कर रोजगार के अवसर निर्माण करने में बड़ी भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुताबिक प्रदेश में गन्ने के उत्पादन और उत्पादकता में दो गुना वृद्धि की पूरी संभावना है। इसके लिए सुनियोजित प्रयास किए जाने चाहिए। इसके लिए भुगतान की पारदर्शिता एवं समयबद्धता के तकनीक आधारित नवाचार की जरूरत है। गन्ना विभाग गन्ने की खेती को और लाभदायक बनाने के लिए सीजन के अनुसार सहफसली खेती के प्रति किसानों को लगातार जागरूक कर रहा है। अब तक गन्ना किसानों को 2,85,994 करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका था। यह 1995-2017 के 2,13,520 करोड़ रुपये की तुलना में 72,474 करोड़ रुपये अधिक है। वर्ष 2024-25 में निर्धारित 34,466.22 करोड़ में से 83.8 फीसद (2,85,994 करोड़ रुपये) का भुगतान हो चुका था।