आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल देश के गन्ना किसानों तक पहुंचाने का प्रयास किया जायेगा: जयंत पाटिल

पुणे: वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट (Vasantdada sugar institute) के ट्रस्टी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) समिति के अध्यक्ष, विधायक जयंत पाटिल ने कहा कि, AI को एक ऐसी तकनीक के रूप में देखा जाता है जो कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी कायाकल्प लाएगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक भविष्य में कृषि क्षेत्र में बेहद लाभदायक होगी। वर्तमान में, राज्य में कई चीनी मिलों के लिए गन्ने की उपलब्धता का मुद्दा एक गंभीर मुद्दा बन गया है। उन्होंने कहा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का उपयोग करके गन्ने की कमी को दूर करना संभव है। इसलिए, आने वाले समय में इस तकनीक के कारण चीनी उद्योग फलेगा-फूलेगा।

जयंत पाटील ने अपील की की, चीनी मिलों को इस तकनीक को किसानों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी आधुनिक तकनीक का उपयोग गन्ना किसानों की आय बढ़ाने और उत्पादन लागत को कम करने के लिए कैसे किया जाए। विधायक पाटिल ने कहा कि ‘वीएसआई’ ने पहले 10 हजार किसानों का मार्गदर्शन करने का निर्णय लिया है। इससे प्रेरणा लेकर प्रदेश के अन्य किसान भी बड़े पैमाने पर इस तकनीक को अपनाएंगे। इस तकनीक से बहुत कम लागत में गन्ने का उत्पादन 30 से 45 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा। इससे राज्य में चीनी उद्योग को और फलने-फूलने में मदद मिलेगी। राज्य सरकार ने भी इस एआई तकनीक के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। राज्य सरकार भी किसानों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक फायदेमंद होने के लिए कदम उठाने की उम्मीद है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल केवल महाराष्ट्र के किसानों तक नहीं बल्कि देश के गन्ना किसानों तक पहुंचाने का प्रयास किया जायेगा।

शुरुआत में, गन्ना उत्पादन बढ़ाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग और प्रसार के लिए वीएसआई और बारामती के कृषि विकास ट्रस्ट के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते पर बारामती कृषि विकास ट्रस्ट के सीईओ नीलेश नलवडे और शंकरराव मगर, जबकि ‘वीएसआई’ की ओर से ट्रस्टी जयंत पाटिल, महानिदेशक संभाजी कडू-पाटिल ने हस्ताक्षर किए। इसके साथ ही कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर एक सूचना पुस्तिका का विमोचन किया गया। इस अवसर पर वसंतदादा शुगर संस्थान के अध्यक्ष व पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, सहकारिता मंत्री बाबासाहेब पाटिल, कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे, राष्ट्रीय सहकारी शक्कर कारखाना महासंघ के अध्यक्ष हर्षवर्धन पाटिल, वेस्ट इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बी.बी.ठोंबरे, राज्य सहकारी चीनी मिल संघ के अध्यक्ष पी.आर.पाटिल, पूर्व मंत्री बालासाहेब पाटील, विद्याधर अनास्कर कृषि विकास ट्रस्ट के पदाधिकारी सहित विविध सहकारी संस्थाओं के पदाधिकारी, विशेषज्ञ व वैज्ञानिक उपस्थित रहेंगे।

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