बिजनौर : गन्ना फसल पर कीटों ने हमला बोल दिया है, और इससे निजाद पाने के लिए 400 टीमें जुटी हैं। बीमार गन्ने को उखाड़कर न्ह्ष्ट किया जा रहा है। खेतों पर किसानों को बीमारियों के प्रति जनजागरण अभियान चलाया जा रहा हैं। आपको बता दे की,गन्ना विभाग, गन्ना समिति और चीनी मिलों की टीम खेत-खेत पर जाकर किसानों को बीमारियों के बारे में बता रही है। जिले में गन्ना सर्वे में गन्ना विभाग, गन्ना समिति और चीनी मिलों की करीब 400 टीम शामिल है। एक टीम में दो लोग शामिल है। सभी 400 टीम किसानों के खेत-खेत पर पहुंचकर सर्वे कर रही हैं तो वहीं किसानों को गन्ने की बीमारियों के बारे में भी जागरूक कर रही है।
हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, टीमें किसानों के खेतों में जाकर रेड रॉट से लेकर अन्य कीट बीमारियों को लेकर किसानों को जागरुक कर रही है। लाल सड़न रोग (रेड रॉट) से ग्रस्त गन्ने को चिन्हित कर उसे खेत से बाहर डलवा रहे हैं ताकि बीमारी खेत में बढ़ न सकें। रेड रॉट बीमारी से बचाव के लिए किसानों को ब्लीचिंग पाउडर, फंगी साइड और ट्राईकोडर्मा के इस्तेमाल करने को कहा जा रहा है। न्याय पंचायत स्तर पर भी किसानों को बीमारियों से बचाव को बताए जा रहे है। गन्ना विभाग के सुपरवाइजर यानि मास्टर ट्रेनर, चीनी मिल के कर्मचारी और अच्छी गन्ने की खेती करने वाले किसान न्याय पंचायत स्तर पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचकर किसानों को बीमारियों के प्रति जागरूक कर रहे हैं।