झज्जर : हरियाणा के झज्जर जिले में साल्हावास क्षेत्र के गांव गोरिया के ग्रामीणों ने एथेनॉल प्लांट का विरोध किया, और उन्होंने बोरिंग के काम को रुकवाया। ग्रामीणों ने दावा किया कि, इस प्लांट से गांव के लोगों को प्रदूषण फैलने से बीमारी आंखों की एलर्जी और दमा की बीमारी होती है। एथेनॉल प्लांट से उनके जीवन पर गहरा असर पड़ने की संभावना को देखते हुए उन्होने प्रशासन से गांव को उजड़ने से बचाने की अपील की। इस दौरान सरपंच अजीत सिंह, धर्मवीर फौजी, बिजेन्द्र सिंह, नवल किशोर, नवीन कुमार, शेर सिंह, वीर सिंह, संजय, राजकुमार, हवा सिंह, पप्पू, रामकिशन, सतीश, कटर सिंह, प्रदीप कुमार व अन्य ग्रामीणों मौजूद रहे।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, ग्रामीणों ने कहा कि एक तो यहां सेम ग्रस्त की समस्या से लोगों की जमीन बंजर पड़ी रहती है। दूसरी तरफ प्लांट की चिमनी के कोयले की बदबू से लोग परेशान हैं। कोयले की बदबू को यहां की हवा में महसूस किया जा सकता है। इस समस्या का अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है और यदि एथेनॉल प्लांट भी लग गया तो फिर उन्हें नारकीय जीवन जीना पड़ेगा और ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को पलायन करना पडे़गा।