ऑटोमोबाइल उद्योग इस डर में था कि सरकार पेट्रोल, डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगा सकती है, जिससे उन्हें भारी नुकसान होगा। लेकिन, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने साफ कर दिया कि फिलहाल सरकार उन पर प्रतिबंध नहीं लगाएगी।
कल आयोजित लोकसभा सत्र में उन्होंने कहा, “ऑटोमोबाइल उद्योग को जल्द से जल्द ईंधन के स्वच्छ स्रोतों में परिवर्तन करना चाहिए।”
गडकरी ने जोर देकर कहा कि ऑटोमोबाइल उद्योग ने भारत के निर्यात और रोजगार में योगदान दिया है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि स्विच जल्द से जल्द होना चाहिए और (निर्माताओं को) इलेक्ट्रिक, बायोफ्यूल पर जाना चाहिए।
गडकरी ने कहा कि ऑटोमोबाइल उद्योग, जिसकी कीमत 2.45 लाख करोड़ रुपये है, को ईंधन के क्लीनर स्रोतों को अपनाना चाहिए क्योंकि प्रदूषण देश के लिए एक दबाव का मुद्दा बना हुआ है।
हाल ही में, टीवीएस मोटर कंपनी ने भारत की पहली इथेनॉल मोटरसाइकिल लॉन्च की, जो इथनॉल की मांग को बढ़ाएगी। केंद्र सरकार का 2030 तक पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रित करने का लक्ष्य है।
यह न्यूज़ सुनने के लिए इमेज के निचे के बटन को दबाये