शामली : किसानों को सब्सिडी पर मिलने पर यूरिया का इस्तेमाल ऊन शुगर मिल के एथेनॉल प्लांट में किए जाने का मामला सामने आने के बाद प्लांट प्रबंधन के अफसरों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि, जिला कृषि अधिकारी ने प्लांट में मिले किसानों द्वारा प्रयोग में लिए जाने वाले यूरिया के कट्टों को लेकर संबंधित कंपनी को नोटिस जारी कर कट्टों पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, गुरुवार की शाम में जिला कृषि अधिकारी प्रदीप यादव, तहसीलदार आदि अधिकारियों के पुलिस बल के साथ ऊन शुगर मिल के एथेनॉल प्लांट पर मारे गए छापे के दौरान भी खुलासा हुआ कि किसानों के लिए सब्सिडी पर दिए जाने वाले यूरिया का इस्तेमाल एथेनॉल बनाने में किया जा रहा है। इस पर प्लांट के यूनिट हेड समेत पांच वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ झिंझाना थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। छापे के दौरान यूरिया से भरे छह कट्टे एवं दस खाली कट्टे मिले थे। कृषि अधिकारी के मुताबिक उक्त कट्टे कृभको कंपनी के थे। यह कट्टे कैसे एथेनॉल प्लांट में कैसे पहुंचे। कब से प्लांट में टेक्निकल ग्रेड यूरिया के स्थान पर उक्त ब्रांड के किसानों द्वारा यूज किए जाने वाले यूरिया का इस्तेमाल हो रहा है आदि बिंदुओं पर जवाब तलब करने के लिए कंपनी प्रतिनिधि को नोटिस भेजा गया है।