बस्ती (उत्तर प्रदेश) : बभनान चीनी मिल परिक्षेत्र में पिछले वर्ष 22433.62 हेक्टेयर की तुलना में इस साल 22519.16 हेक्टेयर में गन्ने की फसल है। अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, सहकारी गन्ना विकास समिति गौर, बभनान और विक्रमजोत क्षेत्र में गन्ने की फसल का सर्वे पूरा हो गया है। 1 मई से 25 जून तक यानी 56 दिनों तक तीनों समितियों से जुड़े क्षेत्र में सर्वे कराया गया है। गन्ना समिति गौर में 4369.29 हेक्टेयर गन्ने की खेती हुई है। पिछले वर्ष रकबा 4134.56 हेक्टेयर था। इस बार 234 हेक्टेयर रकबा बढ़ा है। बभनान समिति में इस वर्ष 12899.46 हेक्टेयर में गन्ने की खेती हुई है। पिछले वर्ष रकबा 12956.62 हेक्टेयर था। यहां रकबे में 58 हेक्टेयर क्षेत्रफल की कमी आई है।
खबर में आगे कहा गया है की, विक्रमजोत समिति में इस वर्ष 5250.41 हेक्टेयर गन्ने की फसल लहलहा रही है। पिछले वर्ष 5342.35 हेक्टेयर में गन्ने की खेती हुई थी। यहां भी 92 हेक्टेयर रकबा घट गया है। सर्वे के मुताबिक, सबसे अच्छा प्रदर्शन सहकारी गन्ना विकास समिति गौर का है। यहां किसानों में गन्ने की खेती के प्रति रुझान बढ़ा है। तीनों गन्ना समितियों में कुल 49755 किसान गन्ने की आपूर्ति करते हैं। सबसे अधिक बभनान गन्ना समिति में 31059 किसान, गौर समिति में 9746 और विक्रमजोत समिति में 8950 किसान गन्ने की खेती कर रहे हैं। बभनान के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक उपेंद्र कुमार सिंह बताया कि बभनान और विक्रमजोत समिति क्षेत्र में इस वर्ष गन्ने का क्षेत्रफल कुछ घटा है। जबकि गौर समिति क्षेत्र में सबसे अधिक गन्ने की खेती हुई है। सट्टा प्रदर्शन भी जल्द शुरू हो जाएगा।