कोलंबो : श्रीलंका की सबसे बड़ी चीनी मिलों की खस्ता हालत पर प्रकाश डालते हुए, विपक्षी नेता सजीथ प्रेमदासा ने सरकार से दोनों मिलों की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया। प्रेमदासा ने कहा कि, दोनों मिलों को अपने कर्मचारियों को पारिश्रमिक देने के लिए सरकारी बैंकों से उधार लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
उन्होंने कहा, पेलवेट फैक्ट्री ने पिछले नौ महीनों से अपने कर्मचारियों को ईपीएफ का भुगतान नहीं किया है। इस पर अपने कर्मचारियों का ईपीएफ भुगतान के रूप में कुल 30 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है। फैक्ट्री ने बैंक ऑफ सीलोन से 50 करोड़ रुपये उधार लिए हैं। उन्होंने आगे कहा, सेवनगला फैक्ट्री पर ईपीएफ के रूप में 15 करोड़ रुपये बकाया हैं। इस पर सरकार का 40 करोड़ रुपये का वैट बकाया है। इस संस्था ने बैंक ऑफ सीलोन से 20 करोड़ रुपये उधार लिए हैं।सांसद सजीथ प्रेमदासा ने जोर देकर कहा, सरकार को इन संस्थाओं को बचाने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।