पुणे (महाराष्ट्र): पूर्व मंत्री दिलीप वलसे-पाटिल ने कहा की, भीमाशंकर सहकारी चीनी मिल की पेराई क्षमता भविष्य में बढ़ाकर 10 हज़ार मीट्रिक टन प्रतिदिन करनी होगी। उन्होंने कहा, आसपास की निजी और सहकारी मिलें अपनी पेराई क्षमता बढ़ा रही हैं और इसी वजह से गन्ना वहाँ जाता है। इसके लिए भीमाशंकर मिल भविष्य में अपनी गन्ना पेराई क्षमता बढ़ाएगी। भीमाशंकर मिल की वार्षिक बैठक दत्तात्रेयनगर में हर्षोल्लासपूर्ण माहौल में आयोजित हुई। पूर्व मंत्री दिलीप वलसे-पाटिल इस अवसर पर सदस्यों का मार्गदर्शन करते हुए बोल रहे थे।
भीमाशंकर मिल के अध्यक्ष बालासाहेब बेंडे ने कहा, भीमाशंकर मिल हमेशा से गन्ना किसानों के हितों का ध्यान रखते हुए उन्हें अच्छे दाम देती रही है। हालांकि, कुछ लोग यह भ्रांति फैलाते हैं कि मिल कम दाम दे रही है। इसके पीछे उनका एक छिपा हुआ एजेंडा है। पिछले साल विपक्ष ने मांग की थी कि, प्रति टन 3,325 रुपये गन्ना मूल्य मिले। अगर यह कीमत चुकाई जाती, तो मिल को 9 करोड़ 78 लाख रुपये का नुकसान होता।उन्होंने आरोप लगाया कि, कुछ लोग मिल को आर्थिक रूप से बीमार बनाने के लिए काम कर रहे हैं।