तेलंगाना: किसानों और विपक्षी नेताओं ने की मुथ्यम्पेट चीनी मिल को फिर से खोलने की मांग

जगतियाल : किसानों और विपक्षी दलों के नेताओं ने गुरुवार को मेटपल्ली में एक गोलमेज बैठक की और मल्लापुर मंडल स्थित मुथ्यम्पेट चीनी मिल को फिर से खोलने की मांग की। इस बैठक में बीआरएस, सीपीएम, समाजवादी पार्टी और किसान संघों के नेताओं ने भाग लिया और एक प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार से कांग्रेस के घोषणापत्र में किए गए वादे और मिल को पुनर्जीवित करने के श्रीधर बाबू समिति की सिफारिशों को लागू करने का आग्रह किया।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता टी जीवन रेड्डी ने कहा कि, मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा। एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने कहा कि, किसान लगभग 15,000 एकड़ में गन्ना उगा रहे हैं और सरकार को अगले पेराई सत्र के लिए मिल को फिर से खोलकर उनमें विश्वास पैदा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि, जंग लगी इकाइयों की जगह नई मशीनें आनी चाहिए, जिससे खेती को बढ़ावा मिलेगा और किसानों का विश्वास बहाल होगा।

बैठक में गन्ना किसानों के संघ बनाने का भी संकल्प लिया गया। प्रतिभागियों ने कहा कि, कोरुतला और मेटपल्ली क्षेत्रों की सबसे बड़ी मिलों में से एक, मुथ्यम्पेट मिल, इस क्षेत्र की कृषि के लिए महत्वपूर्ण है। वर्तमान में, किसानों को अपना गन्ना कामारेड्डी और निज़ामाबाद की मिलों में ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जिससे लागत और बोझ बढ़ जाता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here