सुवा : फ़िजी लेबर पार्टी के नेता महेंद्र चौधरी का कहना है कि, फ़िजी शुगर कॉर्पोरेशन (FSC) की रारवाई मिल में कल लगी आग राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डालेगी। उन्होंने सरकार और FSC से इस मुद्दे को तत्काल सुलझाने का आह्वान किया। FSC ने कहा है कि, वह आग लगने की परिस्थितियों की जाँच कर रहा है। सीईओ भान प्रताप सिंह के अनुसार, आग लगने से मिल के कई हिस्सों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने पुष्टि की कि, आग मिल के पावरहाउस में लगी थी। शुक्र है कि सभी कर्मचारी सुरक्षित बाहर निकल गए और किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
उन्होंने कहा, राष्ट्रीय अग्निशमन प्राधिकरण (NFA) और एनर्जी फ़िजी लिमिटेड (EFL) की टीमें घटना के कारणों का पता लगाने और हुए नुकसान का पूरा आकलन करने के लिए जाँच कर रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि, इन आकलनों के पूरा होने पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रदान की जाएगी। इस बीच, रारवाई मिल में अगली सूचना तक परिचालन स्थगित रहेगा।रारवाई मिल भेजे गए सभी ट्रक चालकों और यार्ड में मौजूद ट्रक चालकों को पहले ही लौटोका मिल भेज दिया गया है।
सीईओ सिंह ने कहा कि, आपूर्ति की निरंतरता सुनिश्चित करने और किसानों व हितधारकों को होने वाली परेशानी को कम करने के लिए, इस क्षेत्र के ट्रकों को भी सीधे लौटोका मिल जाने की सलाह दी जाएगी। चौधरी ने कहा कि, जुलाई में सीज़न शुरू होने के बाद से लौटोका मिल में लगातार यांत्रिक समस्याएँ आ रही हैं, और उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह पश्चिमी गन्ना क्षेत्र में पेराई के लिए शेष “440,000 टन (60 प्रतिशत) से अधिक गन्ने” की पेराई कर पाएगी। उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि क्या मिल बंद होने के कारण जिन किसानों की फसल नहीं कटी है, उन्हें उचित मुआवजा मिलेगा।