पाकिस्तान में बाढ़ से 25 लाख एकड़ जमीन क्षतिग्रस्त : गन्ना, चावल और मक्के की फसल प्रभावित

इस्लामाबाद : 2025 में आई विनाशकारी बाढ़ ने पाकिस्तान की 25 लाख एकड़ कृषि भूमि को नुकसान पहुँचाया है, जिसमें पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा की सात प्रतिशत ज़मीन शामिल है। इसके अलावा, बाढ़ ने चावल, गन्ना और मक्के की फ़सलों को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं अनुसंधान संबंधी संसदीय समिति की गुरुवार को हुई बैठक में, आपदा प्रभावित क्षेत्रों को तुरंत राहत की ज़रूरत है और बासमती चावल के निर्यात में भारी गिरावट पर आवाज उठाई जानी चाहिए। ये मुख्य चिंताएँ थीं जिन पर चर्चा हुई।

सीनेटर सैयद मसरूर अहसन की अध्यक्षता में संबंधित सीनेट की स्थायी समिति की बैठक में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा से जुड़े कई ज़रूरी मुद्दों की समीक्षा की गई। समिति के अध्यक्ष सीनेटर मसरूर अहसन ने कहा, यह एक राष्ट्रीय आपदा है।उन्होंने कहा कि, बेनजीर आय सहायता कार्यक्रम के माध्यम से तत्काल सहायता प्रदान की जानी चाहिए।

समिति के सदस्यों ने बासमती चावल के निर्यात में भारी गिरावट पर गंभीर चिंता व्यक्त की, जो कभी पाकिस्तान की सबसे आकर्षक निर्यात वस्तु थी। चावल आयातक संघ के अध्यक्ष ने कहा, पाकिस्तान ने चावल निर्यात में ऐतिहासिक ऊंचाई हासिल की है, लेकिन अब यूरोपीय संघ के देशों को निर्यात बाधित होने के कारण इसमें भारी गिरावट देखी जा रही है।सीनेटर ऐमल वली खान ने खैबर पख्तूनख्वा में गेहूँ की कमी पर सवाल उठाया और तर्क दिया कि प्रांत का हिस्सा अनुचित रूप से रोका जा रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here