इंडोनेशिया : राष्ट्रपति प्रबोवो ने आयात और उत्सर्जन में कमी लाने के लिए E10 ईंधन नीति को मंजूरी दी

जकार्ता : ऊर्जा एवं खनिज संसाधन मंत्री बहलिल लाहदालिया ने पुष्टि की है कि, राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो ने आयात और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के प्रयास में इंडोनेशिया के सभी पेट्रोल पंपों पर 10 प्रतिशत एथेनॉल युक्त ईंधन उपलब्ध कराने की योजना को मंज़ूरी दे दी है। लहदालिया ने कहा, हमने राष्ट्रपति के साथ एक बैठक की और उन्होंने 10 प्रतिशत अनिवार्य एथेनॉल नीति (E10) की हमारी योजना को हरी झंडी दे दी है।

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि, E10 नीति का उद्देश्य न केवल आयातित ईंधन पर इंडोनेशिया की निर्भरता को कम करना है, बल्कि स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल गैसोलीन के उपयोग को भी बढ़ावा देना है। इंडोनेशिया की सरकारी तेल और गैस कंपनी पीटी पर्टामिना ने राष्ट्रीय ऊर्जा सुरक्षा को मज़बूत करने की आवश्यकता का हवाला देते हुए सरकार की हरित ईंधन पहल का समर्थन किया है।

पर्टैमिना के अध्यक्ष निदेशक साइमन एलॉयसियस मंटिरी ने कहा, मंत्री लाहदालिया जैव ईंधन पारिस्थितिकी तंत्र को सुदृढ़ करने पर जोर दे रहे हैं, और हमने B40 बायोडीजल से इसकी शुरुआत कर दी है। अगले साल, जैसा कि मंत्री महोदय ने कहा, हम E10 नीति को लागू करना शुरू करने की योजना बना रहे हैं। B40 एक पर्यावरण-अनुकूल डीजल ईंधन है जिसमें पारंपरिक डीजल के साथ 40 प्रतिशत ताड़-आधारित फैटी एसिड मिथाइल एस्टर मिलाया जाता है। सरकार ने इस वर्ष जनवरी में जैव ईंधन को बढ़ावा देने के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया था।

मंटिरी के अनुसार, पर्टैमिना ने पर्टैमैक्स ग्रीन 95 के माध्यम से अपने ईंधन में एथेनॉल मिलाने के लिए पहले ही कदम उठा लिए हैं, जिसमें पाँच प्रतिशत एथेनॉल होता है। E10 नीति की घोषणा उन रिपोर्टों के बाद की गई है जिनमें कहा गया था कि कुछ निजी पेट्रोल पंप संचालक ईंधन की कमी को दूर करने के लिए पर्टैमिना द्वारा आयातित मूल ईंधन खरीदने में अनिच्छुक रहे हैं। कथित तौर पर यह हिचकिचाहट आयातित ईंधन में 3.5 प्रतिशत एथेनॉल की मात्रा के कारण है।

सोमवार (6 अक्टूबर) को, ऊर्जा एवं खनिज संसाधन मंत्रालय ने बताया था कि, इंडोनेशिया में चलने वाले वाहन 20 प्रतिशत तक एथेनॉल युक्त ईंधन के अनुकूल हैं।मंत्रालय की नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा तथा ऊर्जा संरक्षण महानिदेशक, एनिया लिस्टियानी देवी ने बताया कि अनुकूलता के बावजूद, एथेनॉल कच्चे माल, विशेष रूप से मक्का और गन्ने की उपलब्धता के निरंतर आकलन के कारण, इंडोनेशियाई ईंधनों में एथेनॉल की मात्रा पाँच प्रतिशत तक सीमित है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here