अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को विश्व समुद्र समूह की परोपकारी शाखा, चिंता शशिधर फाउंडेशन की सामाजिक-आर्थिक पहलों का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम नेल्लोर जिले के वेंकटचलम मंडल के एडागली गाँव स्थित नंदा गोकुलम परिसर में हुआ। मुख्यमंत्री द्वारा अनावरण की गई प्रमुख परियोजनाओं में से एक विश्व समुद्र बायो-एथेनॉल प्लांट था, जिसे क्षतिग्रस्त या टूटे हुए चावल खरीदकर किसानों की आय बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
इस पहल के बारे में बोलते हुए, नायडू ने इसे किसान-हितैषी हरित परियोजना बताया। उन्होंने कहा, 24 एकड़ में फैले इस अनाज-आधारित एथेनॉल प्लांट की 200 किलोलीटर प्रतिदिन है। यह भारत सरकार के एथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम (ईबीपी) के तहत तेल विपणन कंपनियों को एथेनॉल की आपूर्ति करेगा।
प्राज की उन्नत तकनीक से विकसित, यह विश्वस्तरीय एथेनॉल प्लांट 24 एकड़ में फैला है और ईंधन एथेनॉल, CO₂ और DDGS का उत्पादन करने में सक्षम है।यह प्लांट 250 किलोमीटर के दायरे से सालाना लगभग 15,000 टन टूटे हुए चावल और क्षतिग्रस्त अनाज की खरीद करेगा, जिसमें लगभग 300 चावल मिलें शामिल होंगी, जो किसानों की आय बढ़ाने और ग्रामीण चक्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
विश्व समुद्र समूह के अध्यक्ष चिंता शशिधर ने बताया कि, भूमि अधिग्रहण लागत को छोड़कर, नंद गोकुलम में सामाजिक-आर्थिक परियोजनाओं में 450 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। उन्होंने बताया कि, अकेले बायो-एथेनॉल प्लांट की परियोजना लागत 340 करोड़ रुपये है। द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, इस प्लांट से 250 प्रत्यक्ष और 300 से अधिक अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
शशिधर ने बताया, “जैव-रिफाइनरी कृषि फीडस्टॉक को इथेनॉल में संसाधित करती है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होती है और भारत के इथेनॉल मिश्रण लक्ष्यों में योगदान मिलता है। यह प्लांट 250 किलोमीटर के दायरे में 300 से अधिक चावल मिलों से लगभग 15,000 टन टूटे चावल की खरीद करेगा, जिससे स्थानीय किसानों को स्थिर आय के अवसर मिलेंगे। हाल के वर्षों में एथेनॉल उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
एथेनॉल प्लांट के साथ, मुख्यमंत्री ने परिसर में नंदा गोकुलम लाइफ स्कूल और नंदा गोकुलम सेव द बुल कॉज का भी उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में नेल्लोर के सांसद वेमिरेड्डी प्रभाकर रेड्डी, सर्वपल्ली विधायक सोमीरेड्डी चंद्रमोहन रेड्डी, वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न राजनीतिक नेता शामिल हुए।