देहरादून: गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री सौरभ बहुगुणा ने सचिवालय में आगामी गन्ना पेराई सत्र 2025-26 की तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि, सत्र शुरू होने पर किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने चीनी मिलों को निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए और सभी परिचालन सुविधाओं की समय पर तैयारी की आवश्यकता पर बल दिया।
बहुगुणा ने निर्देश दिए कि पेराई सत्र शुरू होने से पहले 31 अक्टूबर तक चीनी मिलों में सभी मरम्मत और रखरखाव कार्य पूरे कर लिए जाएँ। उन्होंने घोषणा की कि, नादेही और बाजपुर चीनी मिलों का सत्र नवंबर के पहले सप्ताह में शुरू हो जाएगा, जबकि किच्छा और डोईवाला मिलें भी महीने के दूसरे या तीसरे सप्ताह में परिचालन शुरू कर देंगी। उन्होंने मिल प्रबंधन से किसानों के लिए आवश्यक सभी व्यवस्थाएं और सेवाएँ पहले से ही सुनिश्चित करने को कहा।
मंत्री ने यह भी ज़ोर देकर कहा कि, चीनी मिलों को 2025-26 सीज़न के लिए गन्ना मूल्य भुगतान का कम से कम 65 प्रतिशत भुगतान पिछले सीजन की तुलना में अपने संसाधनों से करना होगा, ताकि भुगतान वितरण हेतु वित्तीय सहायता के लिए राज्य सरकार पर निर्भरता कम हो सके। उन्होंने अधिकारियों को प्रत्येक मिल की पेराई क्षमता के अनुपात में गन्ने की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने और सीज़न के दौरान तकनीकी या परिचालन संबंधी व्यवधानों को रोकने के लिए मशीनरी के रखरखाव पर ध्यान केंद्रित करने का भी निर्देश दिया।
बहुगुणा ने सभी मिलों को किसानों के लिए आवास, शौचालय, पेयजल और टायर पंक्चर सेवाओं जैसी सुविधाओं की अनिवार्य रूप से समीक्षा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि किसानों की शिकायतों का तत्काल निवारण सुनिश्चित करने के लिए सेमिनार भी आयोजित किए जाने चाहिए। मंत्री ने अधिकारियों को राज्य भर में संचालित सभी कोहलुओं (पारंपरिक गन्ना क्रशर) पर एक सप्ताह के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया।












