गन्ना किसानों ने मांगी आत्महत्या करने की अनुमति

सोलापुर: गन्ना बकाया का मुद्दा उत्तर प्रदेश समेत महाराष्ट्र में भी गरमाया हुआ है। हज़ारो किसान बकाया एफआरपी से काफी परेशान है और चीनी मिलों पर कार्रवाई के बावजूद किसानों को पैसा नही मिल रहा है। बकाया एफआरपी रकम जल्द से जल्द भुगतान करवाने के लिए किसानों ने सोलापुर में जिला कलेक्टर के कार्यालय पर मोर्चा निकला। किसानों ने कलेक्टर को एक पत्र में निवेदन किया की हमे आत्महत्या करने की अनुमति दे।

सुरेश जगताप, महादेव साळुंखे, सय्यद शेख, सुभाष पाटील, धर्मराज साळुंखे, जगन्नाथ आमणे, कल्याण मगर, निर्मला पाटील, पोपट मगर, शेषा्राव गोरे, विठ्ठल गोरे, सविता पवार, मोहन माने, शाझाज माने, सुरेश माने, सुंदरराव गोरे, सुनिता गोरे सहित अन्य गन्ना किसानों ने कलक्टर को निवेदन दिया ।

केंद्र सरकार ने 2019-20 सीज़न के लिए गन्ने का उचित और पारिश्रमिक मूल्य (एफआरपी) को अपरिवर्तित रखने का फैसला लिया है। जिसके बाद गन्ना किसान असंतुष्ट नजर आ रहे है।

भारत में चीनी मिलों पर 15,222 करोड़ रुपये बकाया है। गन्ने का बकाया भुगतान न होने के कारण, विभिन्न राज्यों के किसानों ने अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है और सरकार पर गन्ना बकाया को लेकर दबाव डाल रहे है।

यह न्यूज़ सुनने के लिए इमेज के निचे के बटन को दबाये.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here