पुणे: किसान संगठनों ने एक संयुक्त बैठक में आरोप लगाया की, तौल विभाग गन्ने की तौल में हो रही चोरी रोकने में नाकाम साबित हो रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि, किसान प्रतिनिधियों के बिना फ्लाइंग स्क्वाड फैक्ट्रियों में तौल कांटों की जांच करने कैसे जाता है? संगठनों ने तौल विभाग को गन्ना किसानों के नुकसान के लिए जिम्मेदार ठहराकर शुगर कमिश्नर डॉ. संजय कोलते से दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। कमिश्नर डॉ. कोलते ने भरोसा दिलाया कि, तौल कांटों की गंभीर शिकायतों पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की रिपोर्ट फूड एंड सिविल सप्लाई सेक्रेटरी को भेजी जाएगी।
पश्चिमी महाराष्ट्र के विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक…
शुक्रवार को गन्ना किसानों के मुद्दों पर पश्चिमी महाराष्ट्र के विभिन्न किसान संगठनों के पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों के साथ शुगर कमिश्नर डॉ. संजय कोलते की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में किसान प्रतिनिधियों ने कई सवाल उठाए और तौल विभाग पर निशाना साधा। शुगर फैक्ट्री लेवल पर तौल विभाग के इंस्पेक्शन में कमियां पाई गई हैं, और इस पर स्ट्रेटेजिक फैसला लेने की बात कही गई। गन्ने के वजन और चीनी रिकवरी की चोरी की शिकायतों की जांच का फैसला लिया गया। शुगर कमिश्नर डॉ. संजय कोलते ने बताया कि, रीजनल शुगर जॉइंट डायरेक्टर को डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर द्वारा नियुक्त फ्लाइंग स्क्वॉड को एक्टिवेट करने और इंस्पेक्शन करने के निर्देश दिए गए हैं।
फ्लाइंग स्क्वॉड में IT एक्सपर्ट होंगे…
रेवेन्यू शेयरिंग फॉर्मूला (RSF) के मुताबिक, अकाउंट फाइल करने की जरूरत होने के बावजूद, फैक्ट्रियों ने अभी तक पिछले साल की रिपोर्ट फाइल नहीं की है। संगठनों द्वारा उन मिलों के खिलाफ लीगल एक्शन की मांग की गई। चूंकि किसान गन्ने की कटाई और ट्रांसपोर्टेशन का ज्यादा खर्च झेल रहे हैं, इसलिए मीटिंग में यह रकम गन्ने की ट्रांसपोर्टेशन दूरी के हिसाब से लेने पर जोर दिया गया। कई फैक्ट्रियां पर गन्ना तौल में चोरी का आरोप लगने के चलते फ्लाइंग स्क्वॉड में IT सेक्टर के एक्सपर्ट को रखने पर सहमति बनी।
चर्चा में चीनी निदेशक (प्रशासन) डॉ. केदारी जाधव, चीनी निदेशक (वित्त) यशवंत गिरी, पुणे विभाग के विशेष लेखा परीक्षक पांडुरंग मोहोलकर, संयुक्त निदेशक (विकास) महेश झेंडे, कोल्हापुर क्षेत्रीय चीनी संयुक्त निदेशक संगीता डोंगरे, क्षेत्रीय उप निदेशक गोपाल मावले, वजन निरीक्षक दत्तात्रेय पवार, मयूर सालुंखे आदि ने भाग लिया। चर्चा में जय शिवराय किसान संगठन के अध्यक्ष शिवाजी माने, शेतकरी सेना के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. जालंधर पाटील, स्वाभिमानी संभाजी ब्रिगेड के रूपेश पाटिल, शेतकरी कामगार पक्ष के बाबासाहेब देवकर, आम आदमी पार्टी के संदीप देसाई, किसान मोर्चा के भगवान काटे, सावकर मादनाईक, शरद जोशी संगठन के ज्ञानदेव पाटील, संभाजीराव चौगुले के साथ संदीप राजोबा, मुकुंद पटेल, श्यामसुंदर जयगुडे, जनार्दन पाटिल, सदाशिव कुलकर्णी, गब्बर पाटिल, अभिजीत कंजर, किरण सलोखे आदि किसान संगठनों के कार्यकर्ता शामिल हुए।


















