नई दिल्ली : आनंद राठी रिसर्च के एक लेटेस्ट सेक्टर अपडेट के मुताबिक, भारत के फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) सेक्टर में FY 2026 के Q2 के दौरान रिवाइज्ड GST रेट्स के असर की वजह से ग्रोथ में थोड़ी कमी देखी गई, लेकिन इंडस्ट्री के लोग फाइनेंशियल ईयर के दूसरे हाफ में मज़बूत सुधार को लेकर उम्मीद बनाए हुए हैं।
रिपोर्ट में दिए गए नीलसन डेटा के मुताबिक, FMCG वैल्यू ग्रोथ Q1 के 13.9 परसेंट से घटकर Q2 FY26 में साल-दर-साल 12.9 परसेंट हो गई, जबकि वॉल्यूम ग्रोथ 6 परसेंट से घटकर 5.4 परसेंट हो गई। लेकिन, मंदी के बावजूद, रूरल डिमांड ने बेहतर परफॉर्म करना जारी रखा, जो 7.7 परसेंट बढ़ा, जो 3.7 परसेंट अर्बन ग्रोथ से लगभग दोगुना है, जिससे रूरल डिमांड का लगातार सातवां क्वार्टर बेहतर परफॉर्म करना है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि, नए GST रेट्स में बदलाव से कुछ समय के लिए दिक्कतें आईं, जिसमें पाइपलाइन करेक्शन और अलग-अलग कैटेगरी में डीस्टॉकिंग शामिल है।रिपोर्ट के मुताबिक, FMCG स्पेक्ट्रम की कंपनियों ने GST बदलाव से रेवेन्यू पर 1 परसेंट से 4-4.5 परसेंट तक असर पड़ने की बात कही। इंडस्ट्री के प्लेयर्स को उम्मीद है कि GST रेट में कटौती, खासकर खाने-पीने की चीजों, स्टेपल्स और पर्सनल केयर सेगमेंट में, अफोर्डेबिलिटी में सुधार करके कंजम्प्शन को बढ़ाने में एक बड़ा कैटेलिस्ट का काम करेगी।
अच्छा मानसून, गांवों में बेहतर माहौल और H2 FY25 से कम बेस से भी डिमांड रिकवरी में मदद मिलने की उम्मीद है।रिपोर्ट में पॉलीप्रोपाइलीन, पाम ऑयल, क्रूड ऑयल, गेहूं और HDPE जैसे खास रॉ मटीरियल में डिफ्लेशनरी ट्रेंड पर रोशनी डाली गई है, जिनमें से हर एक में साल-दर-साल 10-18 परसेंट की गिरावट आई है। यह, कॉस्ट-कंट्रोल उपायों और पहले के प्राइसिंग एक्शन के साथ मिलकर, H2 FY26 में ज्यादातर FMCG कंपनियों के ग्रॉस और EBITDA मार्जिन को बढ़ाने की संभावना है। हालांकि, Q2 FY26 में कई कंपनियों के मार्जिन पर दबाव बना रहा।
इस रिपोर्ट में बड़ी FMCG कंपनियों की मैनेजमेंट कमेंट्री शामिल है। HUL को नवंबर से डिमांड में सुधार की उम्मीद है, जिसे GST से खर्च करने लायक इनकम में बढ़ोतरी और खाने की महंगाई में कमी से सपोर्ट मिलेगा। डाबर में गांवों में मजबूत रिकवरी देखी गई और उसे H2 में मिड-से-हाई-सिंगल-डिजिट ग्रोथ की उम्मीद है। गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स को साबुन में तेज उछाल और पाम ऑयल में सुधार से मार्जिन में सुधार की उम्मीद है। मैरिको को H2 में गांवों में मजबूत ट्रैक्शन और प्रीमियमाइजेशन से डबल-डिजिट EBITDA ग्रोथ की उम्मीद है। टाटा कंज्यूमर को चाय, नमक और ई-कॉमर्स चैनलों में लगातार तेजी की उम्मीद है, जबकि ब्रिटानिया को कमोडिटी की कीमतों में नरमी और बेहतर गांवों की डिमांड के साथ आगे स्थिर मार्जिन दिख रहा है। (ANI)

















