तिरुची: डेल्टा के किसानों ने राज्य सरकार से अपील की है कि, इस साल के पोंगल पैकेज में सभी राशन कार्ड होल्डर्स के लिए लोकल लेवल पर खरीदा गया गुड़ और दो गन्ने शामिल किए जाएं। उन्होंने बताया कि, 2.32 करोड़ से ज़्यादा परिवारों को बांटे जाने वाले सालाना पैकेज में आम तौर पर चीनी और गन्ने का एक ही डंठल होता है। किसानों ने कहा कि, चीनी की जगह अचू वेल्लम (मोल्ड गुड़) देने और एक की जगह दो गन्ने देने से लाखों गन्ना किसानों को काफी मदद मिलेगी।
किसानों ने आरोप लगाया कि, राज्य सरकार कॉन्ट्रैक्टर्स को हर गन्ने के लिए 35 रुपये देती है, जबकि पॉलिटिकल सपोर्ट वाले बिचौलिए किसानों से सिर्फ़ 13-15 रुपये में गन्ना खरीदते हैं। तंजावुर के उमयालपुरम के गन्ना किसान संबंथम ने कहा, इससे किसानों को नुकसान होता है। सरकार को हमसे सीधे खरीदना चाहिए और इस साल 45 रुपये प्रति पीस कीमत तय करनी चाहिए ताकि हमें अपनी मेहनत का सही मुनाफा मिल सके। उन्होंने किसी भी तरह की पैसे की गड़बड़ी को रोकने के लिए किसानों के बैंक अकाउंट में सीधे पेमेंट करने की भी मांग की। उन्होंने आगे अपील की कि, पोंगल किट में शामिल गुड़ लोकल प्रोड्यूसर से लिया जाए, क्योंकि इससे पारंपरिक गुड़ बनाने में शामिल हज़ारों मजदूरों को फायदा होगा।


















