लखनऊ : उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को कहा कि राज्य में खाद की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि 64 जिलों में किसानों के लिए 4,000 मीट्रिक टन से ज़्यादा खाद उपलब्ध है, जबकि सिर्फ़ 11 जिलों में 200 मीट्रिक टन से कम स्टॉक है। शाही ने यह बयान उत्तर प्रदेश विधानसभा में खाद की उपलब्धता और किसानों को गन्ने के बकाए के भुगतान पर स्थगन प्रस्ताव के दौरान विपक्ष को जवाब देते हुए दिया।
यह मुद्दा सपा विधायकों सैयदा खातून, अतुल प्रधान और पंकज मलिक ने उठाया था। समाजवादी पार्टी का नाम लिए बिना मंत्री ने कहा कि, पिछली सरकार के दौरान गन्ने की खेती 22 लाख हेक्टेयर में होती थी। उन्होंने कहा, योगी सरकार में किसानों को भुगतान नियमित हो गया है। गन्ने की खरीद का ज़िक्र करते हुए शाही ने कहा कि, जब सपा सरकार में माता प्रसाद पांडे स्पीकर थे, तब चीनी मिलों ने 18,000 करोड़ रुपये से कम का गन्ना खरीदा था, जबकि अब उत्तर प्रदेश की मिलें लगभग 34,000 करोड़ रुपये का गन्ना खरीद रही हैं।
मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा, आपकी सरकार में किसानों को खाद के लिए सालों इंतज़ार करना पड़ता था। आज खाद बिना किसी देरी के उपलब्ध है। उन्होंने आगे कहा कि, पहले गन्ने का भुगतान तीन किस्तों में होता था, जबकि मौजूदा सरकार किसानों को एक ही किस्त में भुगतान कर रही है।शाही ने कहा, आपने 315 रुपये की कीमत घोषित की थी, लेकिन सिर्फ़ 280 रुपये दिए और बाकी बकाया रखा। योगी सरकार 400 रुपये दे रही है।
शाही ने सदन को बताया कि राज्य सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और खाद वितरण में किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने आगे कहा कि सभी विभागीय अधिकारियों से कहा गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में खाद की सुचारू उपलब्धता सुनिश्चित करें और अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा, जो भी अधिकारी या कर्मचारी किसानों को खाद मिलने में बाधा डालेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

















