मनिला (फिलीपींस) : कृषि सचिव फ्रांसिस्को टियू लॉरेल जूनियर ने कहा कि, कांग्रेस द्वारा 2026 के राष्ट्रीय बजट में चीनी उद्योग के लिए 2.4 बिलियन पेसो आवंटित किए जाने की उम्मीद है। लॉरेल ने सीनेट की वित्त उपसमिति जे की सुनवाई में बोलते हुए कहा कि, बजट और प्रबंधन विभाग (डीबीएम) ने 2026 के राष्ट्रीय व्यय कार्यक्रम में उद्योग के लिए 1 बिलियन पेसो आवंटित किए हैं और निचले सदन ने अतिरिक्त 1.4 बिलियन पेसो को मंजूरी दी है। यदि सीनेट इसे मंजूरी देती है, तो उद्योग को 2026 में 2.4 बिलियन पेसो प्रदान किए जाएँगे।
लॉरेल ने सीनेटरों को बताया कि, चीनी उद्योग की उत्पादकता में सुधार के लिए कांग्रेस द्वारा अनुमोदित धन के उपयोग में अधिक लचीलेपन के लिए 2015 के गन्ना उद्योग विकास अधिनियम में संशोधन की आवश्यकता है। चीनी नियामक प्रशासन (SRA) के प्रशासक पाब्लो लुइस अज़कोना ने सुझाव दिया कि, चीनी उद्योग के लिए वार्षिक एसआईडीए आवंटन 2 अरब पेसो से बढ़ाकर 5 अरब पेसो किया जाए।उन्होंने उत्पादन बढ़ाने के लिए अन्य सुधारों के साथ-साथ मिलों के आधुनिकीकरण और कृषि मशीनीकरण की आवश्यकता का हवाला दिया।
सीनेटर जोसेफ विक्टर एजेरसिटो ने कृषि विभाग और एसआरए से अपने अनुशंसित संशोधन प्रस्तुत करने का अनुरोध किया ताकि उन पर कार्रवाई की जा सके। इस बीच, अज़कोना ने कहा कि अभी चीनी आयात की कोई योजना नहीं है।एनएफएसपी के अध्यक्ष एनरिक डी. रोजास ने कहा, राष्ट्रीय गन्ना उत्पादक संघ आगे किसी भी चीनी आयात के खिलाफ कड़ा रुख अपनाए हुए है, क्योंकि अतिरिक्त मात्रा “चीनी उद्योग के लिए आत्मघाती” होगी।
अज़कोना ने कहा, “सचिव लॉरेल और मैं इस बात पर सहमत हुए हैं कि मई या जून 2026 तक, जब तक हमारे पास उत्पादन के ठोस आँकड़े उपलब्ध नहीं हो जाते, तब तक चीनी आयात पर कोई बातचीत नहीं होगी। उसके बाद ही हम तय करेंगे कि हमें आयात की ज़रूरत है या नहीं, जब तक कि इसकी कोई स्पष्ट आवश्यकता न हो।”
अज़कोना ने कहा कि, उनके प्रशासन के तहत सभी आयात परामर्शी, नपे-तुले और प्रदर्शन के आधार पर निष्पक्ष रूप से आवंटित किए गए हैं, और यह स्थिर फार्मगेट और खुदरा कीमतों से स्पष्ट रूप से प्रमाणित होता है। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर के कार्यकाल में पिछले तीन वर्षों में, चीनी की कृषि/मिल और खुदरा कीमतें स्थिर रही हैं और बुआई के रकबे में भी भारी वृद्धि हुई है। अज़्कोना ने कहा कि मार्कोस प्रशासन से पहले, चीनी की जमीन 4,20,000 हेक्टेयर से घटकर 2022 में 3,80,000 हेक्टेयर रह गई थी। उन्होंने कहा कि मार्कोस प्रशासन के तहत, यह 2025 में बढ़कर 4,03,000 हेक्टेयर हो गई है।उन्होंने कहा कि, उत्पादन में भी वृद्धि हुई है।