अफगानिस्तान के मंत्री भारत के साथ चाहते हैं मज़बूत ट्रेड रिश्ते, चाबहार रूट, ज़मीन और हवाई कॉरिडोर खोलने पर चर्चा

नई दिल्ली : अफगानिस्तान के कॉमर्स मिनिस्टर अलहाज नूरुद्दीन अज़ीज़ी ने कहा कि, देश भारत के साथ गहरे ट्रेड और इन्वेस्टमेंट रिश्तों के लिए तैयार है। उन्होंने अफ़गानिस्तान को “इन्वेस्टमेंट के लिए एक बेहतरीन जगह” बताया। यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, अफगानिस्तान के मिनिस्टर ने कहा कि, काबुल भारत के साथ अपने इकोनॉमिक जुड़ाव को काफी बढ़ाना चाहता है और नए ट्रेड रूट बनाना चाहता है।

अज़ीज़ी ने कहा कि, भारत और अफगानिस्तान को फिर से मिलकर काम करते देखना उनके लिए “बहुत खुशी की बात” है। उन्होंने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रिश्तों का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा, यह सिर्फ़ ट्रेड में ही नहीं है, बल्कि उनके साथ हमारे बहुत अच्छे पॉलिटिकल रिश्ते भी हैं। अब हम पॉलिटिक्स, ट्रेड और इन्वेस्टमेंट को देख रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि, दोनों विदेश मंत्रालयों ने इस दौरे को आसान बनाया था और काबुल माइनिंग, खेती, हेल्थ और इन्वेस्टमेंट जैसे सेक्टर में मौके तलाश रहा है।

मंत्री ने कहा कि, दोनों पक्ष प्राइवेट सेक्टर की मज़बूत दिलचस्पी से बाइलेटरल ट्रेड को लगभग एक बिलियन डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य बना रहे हैं। उन्होंने कहा, दोनों देशों में पोटेंशियल और रिसोर्स मौजूद हैं, और इरादा भी है। हमारा प्राइवेट सेक्टर इस प्रोग्राम और इस एग्रीमेंट के साथ असरदार तरीके से काम करना चाहता है।

उन्होंने कहा कि, इस दौरे के दौरान वीज़ा चुनौतियों और एयर कॉरिडोर की लागत सहित कई छोटे मुद्दों पर चर्चा हुई और उन्हें “सुलझा लिया गया है”। मंत्री ने कहा कि, इससे आने वाले महीनों में ट्रेड, इन्वेस्टमेंट और ट्रांजिट को “बढ़ने” में मदद मिलेगी। अज़ीज़ी ने यह भी कहा कि, अफगानिस्तान ने भारत के साथ नए कनेक्टिविटी ऑप्शन डेवलप करने पर चर्चा की है। उन्होंने कहा, हमने चाबहार रूट खोलने पर चर्चा की है। हमने जमीन और एयर कॉरिडोर पर भी चर्चा की है। उन्होंने कहा कि, दोनों सरकारें ट्रेड और ट्रांजिट को बेहतर बनाने के लिए सभी जरूरी सुविधाएं देने के लिए तैयार हैं।

यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब पाकिस्तान के ज़रिए अफ़गान ट्रेड पर पाबंदियां लगी हैं। अज़ीज़ी ने कहा कि, काबुल उस रूट पर निर्भरता कम करने के लिए काम कर रहा है। इससे पहले एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया के अधिकारियों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, हाल ही में, हमारे पड़ोसी देश, खासकर पाकिस्तान के साथ दिक्कतें बढ़ गई हैं, क्योंकि उन्होंने कराची के रास्ते अफगान ट्रांजिट और ट्रेड रोक दिया है। हम ऐतिहासिक रूप से उस रास्ते से दुनिया से जुड़े हुए थे। अब हम चाबहार रूट समेत नए रूट बनाने पर काम कर रहे हैं, और हमने पहले ही ग्राउंडवर्क शुरू कर दिया है। कुछ छोटी-मोटी दिक्कतें हैं, लेकिन हम उन्हें सुलझाने और इस रूट को पूरी तरह से चालू करने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे।” (ANI)

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