बिहार की सभी बंद चीनी मिलों को अगले पांच वर्षों में पुनर्जीवित किया जाएगा : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को बिहार की बंद पड़ी चीनी मिलों को अगले पांच वर्षों में पुनर्जीवित करने का आश्वासन दिया। खराब मौसम के कारण उनका हेलीकॉप्टर पटना से उड़ान नहीं भर सका, जिसके बाद उन्होंने मतदाताओं को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए यह घोषणा की।बिहार विधानसभा चुनाव 2025 अभियान के तहत वर्चुअल रैली में बोलते हुए, शाह ने राज्य में चीनी उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए मोदी सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने रीगा चीनी मिल के पुनरुद्धार का उदाहरण दिया और आश्वासन दिया कि, पूरे बिहार में इसी तरह की पहल की जाएगी।

शाह ने राज्य में औद्योगिक पुनरुद्धार के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा, बिहार में बंद पड़ी चीनी मिलों को अगले पांच वर्षों में फिर से शुरू किया जाएगा और ये मिल किसानों के कल्याण के लिए काम करेंगी। उन्होंने कहा, एनडीए सरकार ने गोपालगंज जिले में डुमरिया घाट से पटना तक 2,200 करोड़ रुपये की लागत से एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया है। हथुआ में 340 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का निर्माण कराया गया है।गोपालगंज के सबेया हवाई अड्डे पर जल्द ही उड़ान सेवा शुरू होगी। हमने 131 करोड़ रुपये की लागत से मीरगंज बाईपास सड़क के लिए प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है। छपरा-गोपालगंज खंड को चार लेन में विस्तारित करने का काम चल रहा है और थावे जंक्शन का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। हमारी एनडीए सरकार ने ऐसी कई विकास परियोजनाएं शुरू की हैं। मैं आपसे कहना चाहता हूं कि आप गोपालगंज की सभी सीटों पर भाजपा, जदयू और हमारे सहयोगी दलों के उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करें… प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार को आगे ले जाएं।”

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here