ढाका : उद्योग सलाहकार आदिलुर रहमान खान ने शुक्रवार को कहा कि, अगर देश के वेयरहाउस में काफी स्टॉक है तो देश चीनी इंपोर्ट नहीं करेगा। उन्होंने कहा, सरकारी चीनी मिलें मॉडर्नाइजेशन, गन्ने की बेहतर किस्मों की खेती, और खेती की मॉडर्न तकनीकों को अपनाने, प्रोडक्ट डायवर्सिफिकेशन और अच्छे गवर्नेंस से फिर से प्रॉफिटेबल हो सकती हैं। अगर देश में बनी चीनी का काफी स्टॉक है, तो इंपोर्ट की कोई ज़रूरत नहीं होगी। आदिलुर ने यह बात दर्शना में कैरव एंड कंपनी (बांग्लादेश) लिमिटेड के 88वें गन्ना पेराई सीजन के उद्घाटन समारोह में कही। सबसे अच्छे गन्ना उगाने वालों को क्रेस्ट अवॉर्ड भी दिए गए। 2025-26 के पेराई सीजन के लिए, कैरव एंड कंपनी ने 76,000 टन गन्ने को प्रोसेस करने और 4,256 टन चीनी बनाने का टारगेट रखा है।
कैरव एंड कंपनी को एक पारंपरिक सरकारी इंडस्ट्रियल कंपनी बताते हुए उन्होंने कहा, यह ऑर्गनाइजेशन चीनी, स्पिरिट, सिरका, ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर और दूसरे प्रोडक्ट बनाकर देश की इकॉनमी में अहम योगदान देता है। स्पेशल गेस्ट के तौर पर बोलते हुए, खुलना रेंज के DIG मोहम्मद रेजाउल हक ने कहा कि, कंपनी को बढ़ाने और प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए किसानों और वर्कर्स की मेहनत जरूरी है। मंत्रालय की एक प्रेस रिलीज़ में कहा गया कि, बांग्लादेश शुगर एंड फूड इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के चेयरमैन रशीदुल हसन, डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद कमाल हुसैन, पुलिस सुपरिटेंडेंट मोहम्मद मोनिरुल इस्लाम, कैरव के मैनेजिंग डायरेक्टर रब्बिक हसन, गन्ना उगाने वाले किसान, मिल के अधिकारी, कर्मचारी और मजदूर नेता इस इवेंट में मौजूद थे।


















