बाराबंकी : बनीकोडर क्षेत्र में बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड की हैदरगढ़ इकाई ने गन्ना किसान गोष्ठी और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया था। इस कार्यक्रम में लगभग 50 किसान उपस्थित रहे। भास्कर में प्रकाशित खबर के अनुसार, चीनी मिल्स के हेड इंचार्ज जगदीश यादव ने किसानों को गन्ने की खेती से संबंधित जानकारी दी। गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य गन्ने की उत्पादकता बढ़ाना, कीटनाशक रोगों से बचाव के तरीके बताना और शरदकालीन गन्ने की बुवाई की विधि पर विस्तृत चर्चा करना था। कार्यक्रम में मौजूद गन्ना किसानों के साथ-साथ नए किसानों को भी गन्ने की खेती से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि, गन्ना एक लाभदायक फसल है, लेकिन इसके लिए धैर्य की आवश्यकता होती है। गन्ने की खेती से किसानों और उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है। शरदकालीन गन्ने की बुवाई से कई फायदे होते हैं, जिसमें गन्ने की फसल के साथ 22 प्रकार की सह-फसली लेना संभव है। पिछले पेराई सत्र में हैदरगढ़ चीनी मिल्स ने 45 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की थी। यह मिल छह भागों में बंटी हुई है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मिल्स से आए हेड इंचार्ज जगदीश यादव, जोनल इंचार्ज डॉ. मनोज शुक्ला, सुपरवाइजर रोहित यादव और अरविंद सिंह ने किसानों के साथ गन्ने की बुवाई और अन्य संबंधित विषयों पर चर्चा की। इस अवसर पर ग्राम प्रधान वीरेंद्र सिंह, प्रभाकर तिवारी, ज्ञान चंद्र गुप्ता, शिवकुमार, इरफान, अनुज सिंह, करुणा शंकर, राम किशोर और मदन मोहन सहित लगभग 50 किसान मौजूद रहे।