मधुबनी : पिछले कई सालों बंद पड़ी सकरी चीनी मिल का मूल्यांकन शुरू हो गया है। पुनर्मूल्यांकन कार्य का निरीक्षण चीनी मील के महाप्रबंधक पुष्कर राज के अध्यक्षा में चार सदसीय दल सकरी पहुंचा। भास्कर में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मिल के महाप्रबंधक पुष्कर राज ने कहा कि बिहार राज्य चीनी निगम रैयाम और सकरी चीनी मिल के जमीनों पर नया उद्योग स्थापित करने की योजना बना रहा है।
इसके लिए मिल का मूल्यांकन करने के लिए कोलकाता से एसबीआई कैप्स की चार सदस्यीय दल आई हुई हैं। पुनर्मूल्यांकन रिपोर्ट के मुताबिक आगे बिडिंग प्रक्रिया चालू किया जायेगा। चीनी मिल के महाप्रबंधक पुष्कर राज ने कहा कि, मूल्यांकन के लिए एसबीआई कैप्स के टीम इससे पूर्व भी आई हुई थी, लेकिन चीनी मिल के अंदर लगे जंगल के कारण सही से वैल्यूएशन नहीं कर पाई थी। इसके बाद विभाग से आदेश आया कि, जल्द से जल्द सफाई करा कर टीम द्वारा पुनर्मूल्यांकन कर सही सही वैल्यूएशन किया जाये।
उन्होंने कहा है कि, विभाग के द्वारा सकरी चीनी मिल के प्रति प्लानिंग है कि वैल्यूएशन के रिपोर्ट के आलोक में बीडिंग के प्रक्रिया होगी।उन्होंने कहा है कि, मधुबनी व दरभंगा जिला में तीन चीन मिलें थी। अभी एक भी नहीं हैं। इन इलाकों में गन्ना के प्रभाव क्षेत्र में आते थे। अब दोनों जिलों में गन्ना के खेती बिल्कुल ही समाप्त हो गई है। विभाग का उद्देश्य ये भी है कि इन क्षेत्रों में गन्ना से संबंधित उद्योग लगाई जा सके। उन्होंने कहा है कि विभाग द्वारा गन्ना से गुड़ बनाने प्रोत्साहन पर भी कार्यक्रम चलाया जाता है। यहां पर चीनी की फैक्ट्री लगाने से किसानों को सबसे पहले फायदा होगा। पुनर्मूल्यांकन के दौरान विभागीय कर्मी अबू तालिब सहित चीनी मिल के कर्मी मौजूद थे।