महाराष्ट्र: पशु शिविरों में गन्ने का चारा, चीनी उत्पादन होगा कम…

मुंबई : चीनी मंडी

भारत के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक क्षेत्र महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन बाढ़ से हुए नुकसान के बाद उम्मीद से कम होने की संभावना है। कुछ किसान पशुओं के चारे के बाजार में गन्ना बेच रहे हैं, जिसकी 3,500 रुपये प्रति टन कीमत मिल रही है। शुरू होने वाले चीनी सीजन में महाराष्ट्र में कुल उत्पादन 65 लाख टन हो सकता है।

राज्य में पश्चिनी महाराष्ट्र के कुछ जिलों के साथ साथ मराठवाडा, विदर्भ के कई जिलों में चारे की कमी से पशुओं के चारे के लिए गन्ना बेचा गया, जिससे किसानों को आकर्षक रिटर्न मिला। गायकवाड़ ने कहा कि, महाराष्ट्र में किसान पशु आहार बाजार में गन्ना बेच रहे हैं, जो 3,500 हजार प्रति टन है, जबकि 2019-20 में वे चीनी मिलों से लगभग 2,750 रुपये टन की उम्मीद करते हैं।

चारे की कमी के बीच लगभग 350,000 पशुओं को खिलाने के लिए राज्य भर में 1,400 पशु शिविर स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि, मिलों द्वारा किश्तों में भुगतान के बजाय किसानों को चारा शिविरों में भेजने से तैयार नकदी मिल रही है। गायकवाड़ ने कहा, यह स्थिती दोनों तरह से अच्छा है, क्योंकि पशुओं को चारा मिल रहा है और साथ ही चीनी का अधिशेष भी कम हो जाएगा।

Audio Player

यह न्यूज़ सुनने के लिए इमेज के निचे के बटन को दबाये.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here