चंडीगढ़ : शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से यह सुनिश्चित करने की मांग कि की, निजी चीनी मिल प्रबंधन गन्ना उत्पादकों को 383 करोड़ रुपये के बकाया भुगतान के साथ-साथ ब्याज भी दे। पंजाब में गन्ना भुगतान का मुद्दा गरमाया हुआ है।
शिरोमणि अकाली दल के नवनियुक्त किसान संघठन के अध्यक्ष सिकंदर सिंह मलूका ने एक बयान में कहा, यह अजीब बात है कि भले ही मुख्यमंत्री ने वित्त विभाग और शुगरफेड को गन्ना किसानों को 299 करोड़ रुपये का बकाया राशि देने के लिए कहा था, लेकिन निजी चीनी मिलों को बकाया बकाया राशि देने का निर्देश देने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।
आपको बता दे, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को सहकारी चीनी मिलों द्वारा गन्ना उत्पादकों को देय 299 करोड़ रुपये के बकाया भुगतान में से 149 करोड़ रुपये की शेष राशि का भुगतान करने का शुगरफेड को आदेश दिया। शुगरफेड, सहकारी चीनी मिलों का शीर्ष निकाय है। राज्य सरकार द्वारा जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि, मुख्यमंत्री के निर्देश पर, वित्त विभाग ने सहकारी चीनी मिलों द्वारा किसानों का बकाया भुगतान करने के लिए 150 करोड़ रुपये मंजूर किए, जबकि 149 करोड़ रुपये की शेष राशि का भुगतान शुगरफेड द्वारा किया जाएगा। ।
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