बेलगावी (कर्नाटक) : मंत्री दिनेश गुंडू राव, एन. चेलुवरायस्वामी और मधु बंगरप्पा ने कर्नाटक के किसानों, खासकर गन्ना और मक्का उगाने वालों की दिक्कतों के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।8 दिसंबर को बेलगावी में अलग-अलग प्रेस वालों से बात करते हुए, मंत्रियों ने केंद्र सरकार पर कर्नाटक के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। हेल्थ मिनिस्टर दिनेश गुंडू राव ने कहा कि, हर सरकार के दौरान दिक्कतें आना तय है। उन्होंने आरोप लगाया, राज्य और केंद्र दोनों लेवल पर दिक्कतें हैं। कांग्रेस सरकार दिक्कतों का हल निकालने में यकीन रखती है, जबकि BJP की लीडरशिप वाली केंद्र सरकार कर्नाटक के लोगों के साथ नाइंसाफी कर रही है।
उन्होंने केंद्र पर कर्नाटक के मक्का किसानों को ज़रूरी मिनिमम सपोर्ट प्राइस न देकर धोखा देने का आरोप लगाया।एग्रीकल्चर मिनिस्टर एन. चेलुवरायस्वामी ने कहा कि, कर्नाटक में करीब 50 लाख MT मक्का उगाया गया था। लेकिन, MSP के तहत मक्का खरीदने के लिए केंद्र को लिखने के बाद भी, खरीदने की इजाज़त नहीं दी गई।राज्य सरकार ने गन्ना किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए कदम उठाए हैं, वहीं मक्का उगाने वालों की समस्याओं को भी दूर करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री ने डिस्टलरी से एथेनॉल उत्पादन के लिए मक्का खरीदने को कहा है। ट्रांसपोर्टेशन का खर्च राज्य सरकार उठा रही है। स्कूल शिक्षा मंत्री मधु बंगरप्पा ने आरोप लगाया कि, BJP के सांसदों और नेताओं ने केंद्र सरकार के सामने गन्ने के FRP और मक्के के MSP का मुद्दा नहीं उठाया।उन्होंने BJP की राज्य इकाई के अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र का मज़ाक उड़ाया, जिसे उन्होंने गन्ना किसानों के विरोध प्रदर्शन वाली जगह पर जाकर सोने को ‘ड्रामा’ बताया, और जानना चाहा कि क्या वह किसानों को न्याय दिला पाए। उन्होंने कहा, यह कांग्रेस सरकार थी जिसने किसानों को राहत दी।


















