नई दिल्ली: भारत अपने एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। वर्तमान एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2024-25 में, पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण मई में 19.8 प्रतिशत तक पहुंच गया, जबकि नवंबर 2024 से मई 2025 तक संचयी औसत एथेनॉल मिश्रण 18.8 प्रतिशत रहा। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को मई 2025 में ईबीपी कार्यक्रम के तहत 92.5 करोड़ लीटर एथेनॉल प्राप्त हुआ, जिससे नवंबर 2024 से मई 2025 तक कुल 550.0 करोड़ लीटर एथेनॉल प्राप्त हुआ।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, मई 2025 में ईबीपी कार्यक्रम के तहत मिश्रित एथेनॉल की कुल मात्रा 95.1 करोड़ लीटर थी, जिससे नवंबर 2024 से मई 2025 तक कुल 572.1 करोड़ लीटर हो गई। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (एमओपीएनजी) के अनुसार, ईबीपी कार्यक्रम के तहत, एथेनॉल की आपूर्ति ईएसवाई 2013-14 में 38 करोड़ लीटर से बढ़कर ईएसवाई 2023-24 में 707.4 करोड़ लीटर हो गई है, जिससे पेट्रोल में औसतन 14.6 प्रतिशत एथेनॉल का मिश्रण प्राप्त हुआ है।
भारत की एथेनॉल उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, मोदी सरकार के तहत पिछले 11 वर्षों में यह चार गुना से अधिक बढ़कर 1,810 करोड़ लीटर की वार्षिक क्षमता तक पहुँच गई है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार, यह वृद्धि अनुकूल नीतिगत उपायों से प्रेरित है।