ESY 2024-25: 24 नवंबर से 25 जुलाई के दौरान 749 करोड़ लीटर एथेनॉल का मिश्रण

नई दिल्ली : भारत एथेनॉल क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहा है, उत्पादन, मिश्रण स्तर और समग्र क्षमता में साल-दर-साल लगातार वृद्धि हो रही है। यह प्रगति देश के ऊर्जा परिदृश्य को नया रूप दे रही है और साथ ही आर्थिक विकास में योगदान दे रही है और ग्रामीण क्षेत्रों में सतत विकास को बढ़ावा दे रही है। वर्तमान एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ESY) 2024-25 के दौरान, जुलाई 2025 में पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण 19.9% तक पहुँच गया। पेट्रोलियम नियोजन एवं विश्लेषण प्रकोष्ठ (PPAC) के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2024 से जुलाई 2025 तक संचयी औसत मिश्रण दर 19.1% रही।

अकेले जुलाई 2025 में, तेल विपणन कंपनियों (OMCs) को ईबीपी कार्यक्रम के तहत 85.3 करोड़ लीटर एथेनॉल प्राप्त हुआ। इससे नवंबर-जुलाई की अवधि में तेल विपणन कंपनियों द्वारा कुल एथेनॉल उठाव 722.7 करोड़ लीटर हो गया।आधिकारिक आँकड़े बताते हैं कि, जुलाई 2025 में पेट्रोल में कुल 87.9 करोड़ लीटर एथेनॉल मिलाया गया, जिससे नवंबर 2024 से जुलाई 2025 तक कुल एथेनॉल मिश्रण मात्रा 749 करोड़ लीटर हो गई।

सरकार का लक्ष्य ESY 2025-26 तक पेट्रोल में 20% एथेनॉल मिश्रण प्राप्त करना है। EBP कार्यक्रम की शुरुआत के बाद से, ESY 2013-14 में एथेनॉल मिश्रण 38 करोड़ लीटर से बढ़कर ESY 2023-24 में 707.4 करोड़ लीटर से अधिक हो गया है। इस विस्तार से भारत को ESY 2023-24 के दौरान 14.6% की औसत एथेनॉल मिश्रण दर प्राप्त करने में मदद मिली है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 30 जून, 2025 तक भारत की वार्षिक एथेनॉल उत्पादन क्षमता 1,822 करोड़ लीटर है, जिसे इथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ESY) 2024-25 के दौरान 499 डिस्टिलरी द्वारा समर्थित किया जाएगा। 396 करोड़ लीटर एथेनॉल उत्पादन क्षमता के साथ महाराष्ट्र सबसे आगे है, उसके बाद 331 करोड़ लीटर के साथ उत्तर प्रदेश और 270 करोड़ लीटर के साथ कर्नाटक दूसरे स्थान पर है।

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