सुवा : सिगाटोका के गन्ना किसानों को जल्द ही परिवहन संबंधी चुनौतियों से राहत मिल सकती है, क्योंकि सरकार क्षेत्र में एक स्थानीय गन्ना रस निष्कर्षण प्लांट स्थापित करने पर विचार कर रही है। इस पहल का उद्देश्य लौटोका चीनी मिल की दूरी को लेकर लंबे समय से चली आ रही चिंताओं को दूर करना है, जिसने कई किसानों की दक्षता और लाभप्रदता को प्रभावित किया है।
बहुजातीय मामलों और चीनी उद्योग मंत्री, चरण जेठ सिंह ने सिगाटोका के किसानों को जले हुए गन्ने के पुनर्वास अनुदान के हस्तांतरण के दौरान इस योजना का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि, सरकार सिगाटोका में स्थानीय स्तर पर गन्ने से रस निकालने पर विचार कर रही है, जिसे फिर अंतिम चीनी उत्पादन के लिए लौटोका ले जाया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि, इस कदम से परिवहन लागत और समय में उल्लेखनीय कमी आएगी, जिससे यह प्रक्रिया किसानों के लिए अधिक कुशल और लाभदायक हो जाएगी।
सिंह का कहना है कि, चीनी उद्योग फिजी का दूसरा सबसे बड़ा उद्योग है जो विदेशी राजस्व लाता है, और उत्पादन बढ़ाने और इस क्षेत्र के उत्थान की ज़िम्मेदारी है। उन्होंने चीनी मिलों को अधिक मात्रा में हरा गन्ना उपलब्ध कराने के महत्व पर भी ज़ोर दिया, जिससे चीनी की गुणवत्ता में सुधार होगा और विदेशी बाजारों में बेहतर मुनाफा मिलेगा। उन्होंने बताया कि, मंत्रालय ने चीनी उद्योग को पुनर्जीवित और मजबूत करने की अपनी व्यापक योजना के तहत उत्पादन वृद्धि के लिए सिगाटोका और रकीराकी को प्रमुख क्षेत्रों के रूप में पहचाना है। सिंह का कहना है कि, इस तरह के निवेश से न केवल रसद संबंधी समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि किसानों की आय में वृद्धि और उद्योग की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने में भी मदद मिलेगी।