सुवा : चीनी उद्योग मंत्रालय जल्द ही गन्ना किसानों के लिए एक टोल-फ्री हेल्पलाइन शुरू करेगा, जिसका उद्देश्य उनकी चिंताओं का कुशलतापूर्वक और समय पर समाधान करना है। स्थायी सचिव डॉ. विनेश कुमार ने पुष्टि की कि, यह पहल दो सप्ताह में शुरू हो जाएगी और यह चीनी उद्योग में सेवा वितरण में सुधार के व्यापक प्रयासों का हिस्सा है। डॉ. कुमार ने प्रत्येक किसान की समस्या को समान गंभीरता से लेने के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा, मैं हमेशा कहता हूँ, और यह पूरे उद्योग में हमारा आदर्श वाक्य होना चाहिए, ‘हर डंठल मायने रखता है’, जिसका अर्थ है कि हर किसान मायने रखता है।
डॉ. कुमार ने स्वीकार किया कि, उद्योग के भीतर एक सतत चुनौती विभिन्न संस्थानों के बीच समन्वित टीमवर्क का अभाव है। उन्होंने कहा, चीनी उद्योग में हम जिस तरह से काम करते हैं, वह बिखरा हुआ है; हम एक एकीकृत टीम के रूप में काम नहीं कर रहे हैं। डॉ. कुमार ने इस बात पर प्रकाश डाला कि, कैसे किसानों को अक्सर संस्थानों से मदद लेने में अनावश्यक बाधाओं का सामना करना पड़ता है, कभी-कभी उन्हें एक एजेंसी से दूसरी एजेंसी के पास भेजा जाता है।उन्होंने कहा, उदाहरण के लिए, अगर किसी किसान को उत्पादक निधि से संबंधित कोई समस्या है और वह चीनी मंत्रालय जाता है, तो उसे इधर-उधर दौड़ाया जा सकता है। यह अस्वीकार्य है। नई व्यवस्था के तहत, मंत्रालय एक केंद्रीय संपर्क केंद्र के रूप में कार्य करेगा। जब कोई किसान टोल-फ्री लाइन पर कॉल करेगा, तो मंत्रालय समस्या को दर्ज करेगा और उसे उचित संस्था को सौंप देगा, साथ ही समाधान के लिए स्पष्ट समय-सीमा भी देगा।
डॉ. कुमार ने बताया, इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक संस्था सहयोगात्मक रूप से काम करे। इसका मतलब एक-दूसरे की जिम्मेदारियों में दखल देना नहीं है, बल्कि समन्वित तरीके से काम करना है। उन्होंने कहा कि हालांकि सभी समस्याओं का समाधान रातोंरात नहीं हो सकता, लेकिन उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होगा कि किसानों को एक निश्चित समय-सीमा के भीतर, आदर्श रूप से 24 घंटों के भीतर, जवाब मिल जाए। कुछ समस्याओं के लिए दीर्घकालिक समाधान की आवश्यकता हो सकती है, जबकि अन्य संस्था के दायरे से बाहर हो सकती हैं। चाहे जो भी हो, किसानों को स्पष्ट और ईमानदार जवाब मिलना चाहिए। “डॉ. कुमार ने किसानों की बात सुनने, उनका सम्मान करने और उन्हें अधिक प्रभावी ढंग से सेवा प्रदान करने के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता दोहराई।