होशियारपुर : पीटीआई में प्रकाशित खबर के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण गढ़शंकर क्षेत्र के कई गाँवों में बाढ़ आ गई। गढ़शंकर में उफान पर आई मौसमी नदियों के कारण 17 गांवों के खेत और सड़कें जलमग्न हो गईं। उन्होंने बताया कि, व्यास नदी के किनारे, लंबे समय तक जलभराव के कारण धान, गन्ना और अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
रविवार दोपहर पौंग बाँध का जलस्तर 1,391.05 फीट था – जो खतरे के निशान 1,390 फीट से ऊपर है। बाँध के जलाशय में 87,323 क्यूसेक पानी का प्रवाह हुआ, जबकि शाह नहर बैराज से 1.10 लाख क्यूसेक पानी का बहिर्वाह हुआ। टांडा के गंधोवाल, रारा मंड, तल्ही, सलेमपुर, अब्दुल्लापुर, मेवा मियानी और फत्ता कुल्ला जैसे गांव, साथ ही मुकेरियाँ के मोतला, हलेर जनार्दन, सनियाल, कोलियन, नौशहरा और मेहताबपुर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। जिला प्रशासन के अनुसार, 5,287 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है।
गढ़शंकर के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) संजीव कुमार ने बताया कि, इलाके में मौसमी नालों के उफान पर आने से हकुमतपुर, बद्दों, अलावलपुर, भाना, ठक्करवाल और खानपुर गाँवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। उन्होंने कहा, लगभग 17 गाँव प्रभावित हुए हैं क्योंकि उफनती नालियों ने खेतों और सड़कों को जलमग्न कर दिया है। हकुमतपुर और बद्दों सहित कुछ जगहों पर पानी घरों में भी घुस गया है।