अक्रा : लंबे समय से बंद पड़े कोमेंडा चीनी कारखाने के पुनरुद्धार हेतु सरकार द्वारा उठाए गए निर्णायक कदम के तहत, व्यापार, कृषि व्यवसाय और उद्योग मंत्रालय ने कारखाने के परिचालन में सुधार लाने हेतु एक अंतरिम प्रबंधन समिति (IMC) का उद्घाटन किया है।यह उद्घाटन, कारखाने को पूर्ण कार्यक्षमता और आर्थिक प्रासंगिकता प्रदान करने के लिए एक नए राष्ट्रीय प्रयास का प्रतीक है।
IMC का उद्घाटन करते हुए, व्यापार, कृषि व्यवसाय और उद्योग मंत्री, श्रीमती एलिजाबेथ ओफोसु-अदजारे ने कारखाने के महत्व पर ज़ोर दिया।उन्होंने कारखाने के इतिहास का ज़िक्र किया, जो 2013 से शुरू होता है, जब घाना सरकार ने सेफटेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को टर्नकी आधार पर एक सल्फर रहित चीनी प्लांट के निर्माण का ठेका दिया था। प्रतिदिन 125 मीट्रिक टन चीनी उत्पादन के लिए डिज़ाइन की गई इस परियोजना में एथेनॉल उत्पादन और बिजली उत्पादन में विस्तार की योजना है। इसकी शुरुआती लागत 36.25 मिलियन डॉलर थी, जिसे इंडिया एक्ज़िम बैंक से ऋण और ईडीएआईएफ (अब घाना एक्ज़िम बैंक) से अनुदान के माध्यम से वित्त पोषित किया गया था।
2020 में पार्क एग्रोटेक को एक रणनीतिक निवेशक के रूप में शामिल करने और 1डी1एफ पहल के तहत वेस्ट अफ्रीका एग्रो-टेक कंपनी लिमिटेड (WAATCO) की भागीदारी सहित बाद के प्रयासों के बावजूद, कारखाने ने अभी तक स्थायी संचालन हासिल नहीं किया है। मंत्री ने कहा, इन हस्तक्षेपों के बावजूद, कारखाने को चालू करने के कई प्रयास सफल नहीं हुए हैं।इस चक्र को तोड़ने के लिए, मंत्री ने घोषणा की कि राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा की सरकार ने एक उच्च-स्तरीय IMC का गठन किया है, जिसका काम कारखाने की व्यवहार्यता में बाधा डालने वाले मूल मुद्दों का निदान और समाधान करना है।IMC को दिए गए छह-सूत्रीय संदर्भों में कारखाने की परिसंपत्तियों का तकनीकी मूल्यांकन, उसकी वित्तीय और व्यावसायिक व्यवहार्यता की समीक्षा, गन्ने के कच्चे माल की आपूर्ति श्रृंखला का मूल्यांकन, एक विश्वसनीय रणनीतिक साझेदार की पहचान, मंत्रालय के परिचालन रोडमैप की समीक्षा और पूर्ण संचालन की दिशा में एक संक्रमण योजना का प्रस्ताव शामिल है।
श्रीमती ओफोसु-अदजारे ने कहा की, कोमेंडा चीनी मिल क्षेत्र में भारी संख्या में रोजगार सृजित करने और देश में चीनी आयात की मात्रा में कमी लाने की क्षमता रखता है।उन्होंने आगे कहा कि, मंत्रालय आईएमसी को उसके कार्य को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए आवश्यक संसाधनों के साथ सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।आईएमसी के अध्यक्ष क्वामे ओवसु साक्यरे ने राष्ट्रपति और व्यापार, कृषि व्यवसाय एवं उद्योग मंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्होंने समिति को कारखाने की समीक्षा का कार्य सौंपा।उन्होंने कहा, हम पर जो विश्वास जताया गया है, उससे हम गौरवान्वित हैं।समिति के अन्य सदस्य डगलस मेन्सा, श्री जॉन डोकू, लेफ्टिनेंट/कर्नल (सेवानिवृत्त) जॉर्ज अफुल और श्री रैन्सफोर्ड वन्नी अमोह हैं।समिति द्वारा आठ सप्ताह के भीतर मंत्रालय को अपने प्रारंभिक निष्कर्ष और सिफारिशें प्रस्तुत करने की उम्मीद है।