पणजी : मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि, राज्य सरकार ‘ग्रीनर गोवा, स्ट्रॉन्गर गोवा और स्मार्टर गोवा’ की अवधारणा के तहत गोवा में विभिन्न हरित परियोजनाएं लाने की पहल कर रही है। उनमें से एक पर्यावरण के अनुकूल और प्रदूषण मुक्त एथेनॉल प्लांट है, जिसे बिचोलिम तालुका के नवेलिम गांव में स्थापित किया जा रहा है। सावंत ने स्थानीय लोगों से नवेलिम में इस परियोजना की स्थापना में सहयोग करने की अपील करते हुए कहा की, यह परियोजना गांव में कृषि क्षेत्र का समर्थन करेगी, स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर पैदा करेगी और मवेशियों को चारा भी उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री सावंत बिचोलिम के नवेलिम औद्योगिक क्षेत्र में सेंट्रल बायोफ्यूल्स लिमिटेड के 300 केएलपीडी अनाज आधारित एथेनॉल प्लांट की आधारशिला रखने के बाद बोल रहे थे। इस अवसर पर नवेलिम के सरपंच रोहिदास कांसेकल, उप सरपंच कल्पना गवास, पंचायत सदस्य गोपाल सुरलकर और सेंट्रल बायोफ्यूल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक बॉबी जॉर्ज भी मौजूद थे। सावंत ने कहा, नवेलिम औद्योगिक क्षेत्र में पहले स्थापित उद्योग प्रदूषण पैदा करने के लिए जिम्मेदार थे और उनमें लगभग 99 प्रतिशत श्रमिक गैर-गोवावासी हैं। सेंट्रल बायोफ्यूल्स लिमिटेड प्रदूषण मुक्त होगा और इसमें 90 प्रतिशत श्रमिक गोवा से होंगे। यह कंपनी गन्ने और अन्य फसलों से इथेनॉल का उत्पादन करेगी।
सेंट्रल बायोफ्यूल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक जॉबी जॉर्ज ने कहा कि, उनकी कंपनी प्रतिदिन 300 केएलपीडी अनाज आधारित एथेनॉल का उत्पादन करेगी और इसका लक्ष्य अपनी क्षमता का 80 प्रतिशत उपयोग करना है। जॉर्ज ने कहा, उत्पादित एथेनॉल को भारत सरकार द्वारा स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करने के लिए शुरू किए गए एथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम (ईबीपी) के हिस्से के रूप में तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को आपूर्ति की जाएगी। यह परियोजना स्थानीय निवासियों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से महत्वपूर्ण रोजगार के अवसर पैदा करेगी। अनाज सीधे स्थानीय किसानों से खरीदा जाएगा, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में योगदान मिलेगा। डिस्टिलर के अनाज जैसे उप-उत्पादों का उपयोग पौष्टिक पशु आहार के रूप में किया जाएगा।