नई दिल्ली : भारत सरकार ने एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ESY) 2025-26 के दौरान चीनी मिलों और डिस्टिलरियों को बिना किसी प्रतिबंध के गन्ने के रस, शुगर सिरप, बी-हैवी मोलेसेस (बीएचएम) और सी-हैवी मोलेसेस (सीएचएम) से एथेनॉल उत्पादन की अनुमति दी है।यह उपाय घरेलू खपत के लिए पर्याप्त चीनी उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए ईंधन में एथेनॉल मिश्रण को बढ़ावा देने के चल रहे प्रयासों का हिस्सा है।
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) द्वारा चीनी मिलों और डिस्टिलरियों को जारी एक परिपत्र में कहा गया है कि, चीनी मिलों और डिस्टिलरियों को ESY 2025-26 के दौरान बिना किसी प्रतिबंध के गन्ने के रस/शुगर सिरप, बीएचएम और सीएचएम से एथेनॉल उत्पादन की अनुमति है।
डीएफपीडी, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय (एमओपीएनजी) के साथ समन्वय में, देश में चीनी के उत्पादन के साथ-साथ एथेनॉल उत्पादन के लिए चीनी के उपयोग की समय-समय पर समीक्षा करेगा, ताकि पूरे वर्ष घरेलू खपत के लिए चीनी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।