यमुनानगर : सरस्वती चीनी मिल के दो किसानों को नवीनतम तकनीकों के उपयोग से गन्ने का उत्पादन बढ़ाने और उच्च उपज प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया गया। बांदी गाँव के किसान राहुल बालियान और बहादुरपुर गांव के राजिंदर कुमार को राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर द्वारा अपने 90वें स्थापना दिवस पर सम्मानित किया गया। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी ने किसानों को सम्मानित किया।
सरस्वती चीनी मिल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस.के. सचदेवा ने कहा कि, राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर की स्थापना 1935 में चीनी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। उन्होंने कहा कि, संस्थान का उद्देश्य चीनी उत्पादन से संबंधित शिक्षा, अनुसंधान और प्रशिक्षण को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि, संस्थान का उद्देश्य चीनी उत्पादन से संबंधित शिक्षा, अनुसंधान और प्रशिक्षण को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि, क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करना राज्य और सरस्वती चीनी मिल्स के लिए गर्व की बात है। उन्होंने किसानों को बधाई दी और अन्य उत्पादकों से गन्ना उत्पादन बढ़ाकर अपनी आय बढ़ाने के लिए नवीनतम गन्ना उत्पादन तकनीकों को अपनाने का आग्रह किया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष (प्रशासन) डीपी सिंह ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में बलियान ने 1,350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की औसत उपज हासिल की है और कुमार ने 1280 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हासिल की है।