यमुनानगर : कांग्रेस राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि, हरियाणा में गन्ना किसानों की आर्थिक हालत लगातार खराब हो रही है और इसकी खेती अब पूरी तरह से घाटे का सौदा बन गई है। यमुनानगर में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों और खेत मजदूरों पर बढ़ती उत्पादन लागत के बोझ ने राज्य के कृषि क्षेत्र और चीनी मिल उद्योग दोनों को गंभीर संकट के कगार पर पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा, बार-बार मांग करने के बावजूद, बीजेपी सरकार ने गन्ने के राज्य सलाह मूल्य (SAP) में सिर्फ ₹12 की बढ़ोतरी करके किसानों का अपमान किया है। इस अवसर पर राज्यपाल को डिप्टी कमिश्नर के माध्यम से एक ज्ञापन भी सौंपा गया।
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने आगे कहा कि, डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी, जमीन के लीज की दरों का दोगुना होना, जिससे छोटे किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। मजदूरी, सिंचाई, मशीनरी और अन्य परिचालन लागतों में भारी वृद्धि, जिससे किसानों पर जबरदस्त दबाव पड़ रहा है, ये प्रमुख कारण हैं कि गन्ने की खेती अब फायदेमंद नहीं रही।
सुरजेवाला ने कहा, गन्ने की खेती में गिरावट हरियाणा की कृषि अर्थव्यवस्था के लिए सीधा खतरा है। राज्य के 2023 के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में गन्ने का उत्पादन घटकर 88.60 लाख मीट्रिक टन हो गया है। गन्ने की खेती का रकबा 3.5 लाख एकड़ से घटकर 2.5 लाख एकड़ हो गया है, जो चिंता का विषय है और चीनी मिलों को गन्ने की अपर्याप्त आपूर्ति के कारण, कई मिलें अपनी पेराई बंद करने की कगार पर हैं। उन्होंने मांग की कि, SAP को बढ़ाकर ₹500 प्रति क्विंटल किया जाए ताकि किसान सम्मान के साथ जी सकें और राज्य की प्रगति में योगदान दे सकें। वर्तमान में, राज्य में गन्ने का SAP ₹415 प्रति क्विंटल है।


















