नई दिल्ली : भारत के चीनी उद्योग ने पिछले पांच वर्षों में काफी वृद्धि देखी है,जिसमे पांच प्रमुख राज्यों में 22 नई चीनी मिलें स्थापित की गई हैं। उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री, निमुबेन जयंतीभाई बंभानिया ने पिछले पांच वर्षों में देश में चीनी मिलों की संख्या में हुई वृद्धि से संबंधित प्रश्नों का उत्तर देते हुए लोकसभा में यह जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया, पिछले पांच वर्षों के दौरान (2020-25) देश में कुल 22 नई चीनी मिलें स्थापित की गई हैं। कर्नाटक ने अपने परिचालन में नौ नई मिलें जोड़कर अग्रणी भूमिका निभाई है। इन मिलों की स्थापना से स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।
इस अवधि के दौरान महाराष्ट्र में सात नई मिलें जुड़ी हैं, जबकि मध्य प्रदेश में चार मिलें खुली हैं। भारत के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश ने अपने पहले से ही विशाल नेटवर्क में एक और मिल जोड़ दी है। तेलंगाना, जो अपने चीनी क्षेत्र को पुनर्जीवित करने पर केंद्रित रहा है, में भी एक नई मिल का शुभारंभ हुआ। यह कदम क्षेत्र में कृषि आधारित उद्योगों को पुनर्जीवित करने और किसान कल्याण को बढ़ावा देने के व्यापक प्रयासों का हिस्सा है।