भारत ने अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ कम करने की पेशकश की, कई प्रोडक्‍ट्स पर शून्‍यू टैरिफ लगाने का भी ऑफर : डोनाल्ड ट्रंप ने किया दावा

दोहा: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को दावा किया कि, भारत ने अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ कम करने की पेशकश की, और कई प्रोडक्‍ट्स पर शून्‍यू टैरिफ लगाने का भी ऑफर दिया है। राष्ट्रपति ट्रम्प ने दोहा में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, उन्होंने (भारत) हमें एक समझौते की पेशकश की है, जिसके तहत वे कई प्रोडक्‍ट्स पर शून्‍यू टैरिफ लगाने को तैयार हैं।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि, उन्होंने एप्पल के सीईओ टिम कुक को भारत में विनिर्माण का विस्तार करने के बजाय अमेरिका में उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। कल मुझे टिम कुक के साथ थोड़ी समस्या थी। मैंने उनसे कहा, मेरे दोस्त, मैं आपके साथ बहुत अच्छा व्यवहार कर रहा हूं। आप 500 बिलियन डॉलर लेकर आ रहे हैं, लेकिन अब मैं सुन रहा हूं कि आप पूरे भारत में निर्माण कर रहे हैं। मैं नहीं चाहता कि आप भारत में निर्माण करें। यदि आप भारत का ख्याल रखना चाहते हैं, तो आप भारत में निर्माण कर सकते हैं, क्योंकि भारत दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ वाले देशों में से एक है, इसलिए भारत में बिक्री करना बहुत मुश्किल है।

इससे पहले खबर आई थी कि, एप्पल अमेरिकी बाजार के लिए निर्धारित आईफोन के सभी उत्पादन को भारत में स्थानांतरित करने के लिए तैयार है। भारत में अपने उत्पादन को बढ़ाने का एप्पल का निर्णय चीन से दूर विनिर्माण कार्यों में विविधता लाने के अपने व्यापक लक्ष्य से मेल खाता है। इस बीच, भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल 16 मई को अमेरिका जा रहे हैं, ताकि आधिकारिक स्तर पर कुछ समय से चल रही अग्रिम व्यापार वार्ता शुरू की जा सके। यह यात्रा अप्रैल में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की नई दिल्ली यात्रा के बाद हो रही है, जिसका उद्देश्य अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौता सुनिश्चित करना है।

12 मई को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया कि उनके प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल युद्धविराम कराने में मदद की और उन्हें बताया कि अमेरिका दोनों के साथ व्यापार बढ़ाना चाहता है। मुझे आपको यह बताते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि भारत और पाकिस्तान का नेतृत्व अडिग था और हमने बहुत मदद की। मैंने कहा, ‘चलो, हम आप लोगों के साथ बहुत सारा व्यापार करने जा रहे हैं। चलो इसे रोकते है। अगर आप इसे रोकते हैं, तो हम व्यापार कर रहे हैं। अगर आप इसे नहीं रोकते हैं, तो हम कोई व्यापार नहीं करने जा रहे हैं।

हालांकि भारत ने अमेरिका के साथ बातचीत में व्यापार के शामिल होने से इनकार किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा, 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से लेकर 10 मई को गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद करने की सहमति तक, भारतीय और अमेरिकी नेताओं के बीच विकसित सैन्य स्थिति पर बातचीत हुई। इनमें से किसी भी चर्चा में व्यापार का मुद्दा नहीं उठा। (एएनआई)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here