जकार्ता : ऊर्जा मंत्री बहलिल लाहदालिया ने कहा कि, इंडोनेशिया ईंधन आयात पर निर्भरता कम करने की अपनी रणनीति के तहत 2027 तक गैसोलीन में 10% बायोएथेनॉल की अनिवार्यता लागू करने की योजना बना रहा है।दक्षिण-पूर्व एशियाई देश का लक्ष्य ऊर्जा आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए ताड़ के तेल और गन्ने से प्राप्त जैव ईंधन के उपयोग का विस्तार करना है।हालांकि, एथेनॉल आपूर्ति की कमी के कारण आवश्यक गैसोलीन मिश्रण को लागू करने में देरी हुई है।
मंत्री बहलिल का अनुमान है कि, 10% की अनिवार्यता को पूरा करने के लिए देश को लगभग 14 लाख किलोलीटर बायोएथेनॉल की आवश्यकता होगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, हम सारा एथेनॉल घरेलू बाजारों से प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं।उन्होंने आगे कहा कि कसावा, मक्का और गन्ना भी वैकल्पिक फीडस्टॉक के रूप में काम कर सकते हैं।
इंडोनेशियाई मिथाइलेटेड स्पिरिट्स और एथेनॉल उत्पादकों के संघ के आंकड़ों से पता चलता है कि, 2024 में इंडोनेशिया की उत्पादन क्षमता प्रति वर्ष 303,325 किलोलीटर बायोएथेनॉल की थी। हालांकि, वास्तविक उत्पादन 160,946 किलोलीटर था, जबकि आयात कुल 11,829 किलोलीटर था। पिछले वर्ष घरेलू मांग 125,937 किलोलीटर तक पहुँच गई, जबकि निर्यात 46,839 किलोलीटर था।












