नई दिल्ली : भारतीय चीनी एवं जैव-ऊर्जा निर्माता संघ (ISMA) ने भारत सरकार को पेट्रोल में 20% एथेनॉल मिश्रण प्राप्त करने पर बधाई दी है। यह उपलब्धि मूल 2030 के लक्ष्य से पाँच साल पहले ही हासिल कर ली गई। ISMA ने इस उपलब्धि को ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने, पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। ISMA ने इस शुरुआती सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और एथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम को लागू करने में सरकार के निरंतर प्रयासों को दिया।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह उपलब्धि भारत की आत्मनिर्भरता और हरित ऊर्जा की ओर यात्रा में एक निर्णायक क्षण है। 2014 में 1.5% मिश्रण पहल के रूप में शुरू हुआ यह लक्ष्य अब 2025 में 20% तक पहुँच गया है, जो केवल एक दशक से भी कम समय में उल्लेखनीय वृद्धि और कार्यान्वयन को दर्शाता है।
राष्ट्र पर एक परिवर्तनकारी प्रभाव…
व्यापक वृद्धि: 2014 में 38 करोड़ लीटर से जून 2025 तक 661.1 करोड़ लीटर मिश्रित।
जलवायु नेतृत्व: 698 लाख टन CO₂ उत्सर्जन में कमी।
किसान कल्याण: किसानों को ₹1.18 लाख करोड़ का भुगतान।
डिस्टलरीयों का विकास: डिस्टलरीयों को ₹1.96 लाख करोड़ का भुगतान।
विदेशी मुद्रा बचत: ₹1.36 लाख करोड़ विदेशी मुद्रा का हुआ बचत ।
भारत की एथेनॉल अर्थव्यवस्था इसकी कृषि शक्ति पर गहराई से आधारित है, और चीनी उद्योग ने देश को स्वच्छ जैव ईंधन की आपूर्ति में केंद्रीय भूमिका निभाई है। गन्ने के रस, बी-भारी मोलासेस और अन्य उप-उत्पादों से प्राप्त एथेनॉल ने किसानों को सशक्त बनाया है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया है।
ISMA के महानिदेशक श्री दीपक बल्लानी ने कहा, यह उपलब्धि भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता और ग्रामीण समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण छलांग है। यह एथेनॉल पारिस्थितिकी तंत्र के प्रत्येक किसान, मिल और हितधारक के लिए अत्यंत गौरव का विषय है। सरकार की अटल नीतिगत दिशा और दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल इस राष्ट्रीय सफलता को निर्धारित समय से पाँच वर्ष पहले संभव बनाया है, बल्कि हरित ऊर्जा के क्षेत्र में हमारे सामूहिक भविष्य के लिए एक सशक्त मिसाल भी स्थापित की है। उन्होंने आगे कहा, यह इस बात पर ज़ोर देता है कि जब मज़बूत नीति और समर्पित क्रियान्वयन मिलकर काम करते हैं, तो हम क्या हासिल कर सकते हैं, जिससे भारत एक अधिक टिकाऊ और आत्मनिर्भर भविष्य की ओर अग्रसर होगा। अपने बयान में, इस्मा ने सरकार के भविष्य के ऊर्जा और कृषि लक्ष्यों का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और कहा कि वह एथेनॉल और स्वच्छ ईंधन आंदोलन में और भी अधिक ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है।