बेंगलुरु : मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने वित्त विभाग के अधिकारियों को बेलगावी के अथणी तालुका में स्थित कृष्णा सहकारी चीनी मिल, बाबलेश्वर में स्थित नंदी सहकारी चीनी मिल और विजयपुरा जिले के इंडी तालुका में स्थित भीमाशंकर सहकारी चीनी मिल को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए योजना तैयार करने का निर्देश दिया है। कृष्णा सहकारी चीनी मिल को ₹192 करोड़ की आवश्यकता होगी, जबकि नंदी सहकारी चीनी मिल को ₹150 करोड़ की आवश्यकता होगी।भीमाशंकर सहकारी चीनी मिल को ₹130 करोड़ की आवश्यकता है।तीनों मिलों को कुल ₹472 करोड़ की आवश्यकता होगी।
चीनी मिलों को पुनर्जीवित करने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में उद्योग मंत्री एम.बी. पाटिल, चीनी और कृषि विपणन मंत्री शिवानंद एस. पाटिल और कानून और संसदीय मामलों के मंत्री एच.के. पाटिल शामिल हुए। एम.बी. पाटिल ने बताया कि, कृष्णा सहकारी चीनी मिल और नंदी सहकारी चीनी मिल ने क्रमशः 27 मेगावाट और 37 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए सह-उत्पादन प्लांट स्थापित करने की योजना बनाई है।दोनों चीनी मिलों को गन्ना उत्पादकों को बकाया भुगतान जारी करने, गन्ने की परिवहन लागत का भुगतान करने, बिजली उपकरण स्थापित करने आदि के लिए वित्तीय सहायता की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने वित्त विभाग के अधिकारियों से राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के अधिकारियों के साथ चर्चा करके पुनरुद्धार पैकेज तैयार करने के निर्देश दिए।